नई दिल्ली, 23 मार्च . पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा राणा सांगा को लेकर दिए गए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. बृजभूषण ने कहा कि मुझे लगता है कि समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं के शरीर में दैत्य गुरु शुक्राचार्य की आत्मा बसी है.
उन्होंने कहा कि इस बयान का असर राणा सांगा के परिवार या राजपूत समाज पर नहीं होगा, क्योंकि उनका इतिहास और सम्मान पहले ही स्थापित है. बृजभूषण ने यह भी कहा कि इस तरह के बयान देने से कोई अच्छा परिणाम नहीं निकलेगा, जैसा कि इतिहास में रावण के साथ हुआ था. उनका कहना था कि इस बयान का परिणाम समाजवादी पार्टी को भुगतना पड़ेगा.
पूर्व सांसद ने यह भी कहा कि अगर सुमन साहब के पास कोई ऐतिहासिक संदर्भ है, जैसे बाबरनामा, तो उन्हें दौलत खान लोधी का भी उल्लेख करना चाहिए, जो पंजाब के महान कर्णधार थे और इब्राहिम लोधी के विरोध में खड़े हुए थे. बृजभूषण ने कहा कि इतिहास में ऐसी कई घटनाएं हैं, जो समय के साथ बदल गई हैं, और जिनका आजकल के नेताओं से कोई लेना-देना नहीं है. उनका यह भी कहना था कि राणा सांगा, संभाजी महाराज और झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जैसे ऐतिहासिक व्यक्तित्वों के बारे में किसी नेता के प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है.
उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी को इस बयान को तुरंत वापस लेना चाहिए, और यदि ऐसा नहीं किया गया, तो इसके परिणाम पार्टी को भुगतने होंगे. बृजभूषण ने यह स्पष्ट किया कि इस बयान का कोई सकारात्मक असर नहीं होगा और समाजवादी पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
बता दें कि सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा था कि बीजेपी के लोग अक्सर कहते हैं कि उनमें बाबर का डीएनए है. उन्होंने यह भी सवाल उठाया, “मुझे यह जानना है कि बाबर को भारत में लाने वाला कौन था? क्या इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को राणा सांगा ने नहीं बुलाया था?” रामजी लाल ने कहा, “अगर मुसलमान बाबर की औलाद हैं, तो फिर बीजेपी वाले उस गद्दार राणा सांगा की औलाद हैं.”
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