नई दिल्ली, 2 अगस्त . महिलाओं में अक्सर डिलीवरी के बाद ऐसा देखा जाता है कि जब वह बच्चे को स्तनपान कराना चाहती हैं, या तो उन्हें दूध उतरता नहीं है या बिल्कुल न के बराबर आता है. ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि ऐसे में माताओं को क्या कदम उठाने चाहिए, जो मां के साथ बच्चे की सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो.
प्रत्येक वर्ष 1 अगस्त से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाता है. एक दिन पहले भी ने आपको स्तनपान से जुड़ी एक जानकारी दी थी. आज हम एक ओर मुद्दे के साथ आपके बीच आए है.
डिलीवरी के बाद कई महिलाओं के सामने यह परेशानी आती है कि चाहकर भी अपने बच्चे को दूध नहीं पिला पाती. उनका कहना यह होता है कि उन्हें दूध नहीं उतर रहा है. ऐसे में फिर बच्चे को ऊपर का दूध दिया जाता है. यहां एक और यह प्रश्न आता है कि क्या ऊपर का दूध बच्चे की सेहत के लिए बेहतर है?
इन सभी सवालों के जवाब के लिए ने डॉक्टर प्रियंका गुप्ता (बीएएमएस, डीआरसीएच) से बात की.
माताओं को डिलीवरी के बाद दूध क्यों नहीं उतरता इस पर डॉक्टर ने कहा, ”इसके पीछे काफी हद तक डाइट जिम्मेदार है. अक्सर ऐसा देखा जाता है कि माताएं अपनी गर्भावस्था के दौरान नियमित रूप से अच्छी डाइट नहीं लेती, जिससे डिलीवरी के बाद उन्हें काफी समस्या आती है. माताओं को ऐसे में बच्चे को स्तनपान कराने में परेशानी आती है. उन्हें या तो दूध कम आता है, या नहीं आता.”
डॉक्टर ने इसका बेबी टच संबंध भी बताया. उन्होंने कहा, कई बार बच्चे को होते ही मां से अलग नर्सरी में रखा जाता हैं, ऐसे में होता यह है कि मां बच्चे को देख नहीं पाती, जिससे दूध नहीं आता. मगर जैसे ही बच्चा मां के संपर्क में आता है तो महिला का दूध उतरने लगता है.
उन्होंने कहा कि सर्जरी के कारण भी ऐसा होता है, क्योंकि ऐसे में महिला का शरीर कमजोर होता है. उसे सही होने में 2 से 3 दिन का समय लगता है, उसके बाद चीजें सामान्य हो जाती है.
कई बार ऐसा होता है मां के दूध से बच्चे का पेट नहीं भर पाता, ऐसे में महिलाओं को क्या करना चाहिए. डॉक्टर सलाह देती हैं, ”महिलाओं का इसमें अपने खाने -पीने के चीजों पर ध्यान देने की जरुरत है. इसमें वह पौष्टिक आहार को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं.”
अगर डिलीवरी के बाद ज्यादा परेशानी है तो चिकित्सक की सलाह पर कुछ दवाइयां ली जा सकती हैं.
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एमकेएस/केआर