बीजिंग, 16 नवंबर . हाल ही में, ब्राजीली राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने राजधानी ब्राजीलिया में चाइना मीडिया ग्रुप (सीएमजी) के संवाददाता को एक विशेष साक्षात्कार दिया.
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग जल्द ही ब्राजील की राजकीय यात्रा करेंगे. इसकी चर्चा करते हुए लूला ने कहा कि उनके और राष्ट्रपति शी के बीच होने वाली मुलाकात ब्राजील और चीन के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से सबसे महत्वपूर्ण मुलाकात हो सकती है. चीन एशिया का सबसे असाधारण देश है, और ब्राजील लैटिन अमेरिका का सबसे बड़ा देश है. दोनों देशों के बीच कई समानताएं हैं, उन्हें आशा है कि ब्राजील और चीन एक-दूसरे के श्रेष्ठ क्षेत्रों में एक-दूसरे से सीखेंगे. उनके विचार में राष्ट्रपति शी की होने वाली ब्राजील यात्रा दोनों देशों के बीच असाधारण साझेदारी का प्रतिबिंब होगी.
लूला ने कहा कि वह कई बार चीन का दौरा कर चुके हैं. जब भी वह चीन जाते हैं, चाहे पेइचिंग में या शांगहाई में, वह व्यापार, उद्योग और शिक्षा के क्षेत्र में व्यवस्थित विकास को महसूस कर सकते हैं. उन्हें उम्मीद है कि चीन के साथ मूल्यवान अनुभव साझा कर सकेंगे. ब्राजील और चीन के बीच कई समानताएं हैं, ब्राजील-चीन साझेदारी से संपूर्ण मानव जाति को लाभ हो सकता है.
द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग की चर्चा करते हुए राष्ट्रपति लूला ने कहा कि ब्राजील चीन के साथ सहयोग को लगातार मजबूत करना चाहता है, जिससे ब्राजील के पास अधिक निर्यात उद्योग होंगे. इसके साथ ही, चीन के साथ प्रौद्योगिकी, बैटरी उत्पादन, एयरोस्पेस, एआई आदि क्षेत्रों में सहयोग न केवल ब्राजील और चीन के लिए, बल्कि सारी दुनिया के लिए फायदेमंद होगा. ब्राजील पड़ोसी देशों के साथ विकास परिणामों को साझा करना चाहता है.
इन्टरव्यू में ब्राजील और चीन के बीच मानविकी आदान-प्रदान का उल्लेख करते हुए लूला ने कहा कि दोनों देशों के बीच आपसी संपर्क की मजबूती केवल आर्थिक और व्यापारिक सहयोग या राष्ट्राध्यक्षों के बीच आदान-प्रदान पर निर्भर नहीं होना चाहिए, बल्कि लोगों-से-लोगों के बीच आदान-प्रदान को मजबूत करने की भी आवश्यकता है. उन्हें आशा है कि अधिक से अधिक चीनी लोग ब्राजील आएंगे, ज्यादा चीनी लोग ब्राजील का अध्ययन करेंगे और पुर्तगाली सीखेंगे. इसके साथ ही, अधिक से अधिक ब्राजीली लोग चीनी भाषा सीखेंगे, चीन जाएंगे और चीन में काम करेंगे. ऐसा कहा जा सकता है कि लोगों के आपसी संबंधों से ब्राजील-चीन संबंध मजबूत होंगे.
(साभार— चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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