मथुरा में ब्रजरज उत्सव का आयोजन, सांसद हेमा मालिनी ने बताई उत्सव की विशेषता

मथुरा, 5 नवंबर . मथुरा में ब्रजरज उत्सव का शुभारंभ हो चुका है. उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा आयोजित ब्रजरज उत्सव 15 नवंबर तक चलेगा. रेलवे ग्राउंड में आयोजित ब्रजरज उत्सव का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण और सांसद हेमा मालिनी द्वारा फीता काटकर किया गया.

ब्रजरज उत्सव में विभिन्न स्टॉल्स लगाए गए हैं. विभिन्न विधाओं कि कला का प्रदर्शन यहां देखने को मिलेगा. इसमें देश के प्रख्यात कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे.

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण और सांसद हेमा मालिनी ने सभी को बधाई दी.

सांसद हेमा मालिनी ने कहा, “प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास के परिणामस्वरूप यह कार्यक्रम हो रहा है. यह आयोजन भगवान श्री कृष्ण की नगरी में हो रहा है. इसमें देशभर के कलाकार हिस्सा ले रहे हैं. इसमें हिस्सा लेने के लिए कई कलाकारों को बुलाया गया है. यह हमारे कलाकारों के लिए बहुत अच्छा मंच है. आज हमारे अभिनेता आशुतोष राणा ने नाटक भी किया. वहीं, इस उत्सव में कैलाश खेर भी हिस्सा ले रहे हैं. यह 10 दिनों तक का कार्यक्रम होता है. पिछले साल मैंने भी इसमें प्रस्तुति दी थी. लेकिन, इस साल मैं कोई भी प्रस्तुति नहीं दे रही हूं. सब लोग बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में आएं, यह हमारा आग्रह है. ”

कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा, “बृजरज उत्सव विगत वर्षों में सीएम योगी के मार्गदर्शन में आयोजित किया जाता है. यह उत्तर भारत का एक प्रमुख सांस्कृतिक उत्सव बन चुका है. इस उत्सव का उद्देश्य केवल कला और संस्कृति को बढ़ावा देना नहीं है, बल्कि इसे एक ऐसा मंच बनाना है, जहां भारतीय संगीत, कला, और संस्कृति की विभिन्न विधाएं एकत्रित हो सकें. यह उत्सव मथुरा में आयोजित होता है, जो ब्रज भूमि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और यहां विभिन्न प्रकार के संगीत, भजन, गीत और नृत्य प्रस्तुत किए जाते हैं.”

उन्होंने कहा, “ब्रजभाषा में गाए जाने वाले भजन और गीतों के साथ-साथ, इस उत्सव में प्राचीन संगीत से लेकर वर्तमान तक और मध्यकालीन संगीत तक की झलकियां देखने को मिलती हैं. बृजेश परिषद की यह कोशिश रहती है कि पूरे भारत के विभिन्न प्रकार के संगीत और कला रूपों को एकत्रित कर इस उत्सव में दर्शाया जाए, जिससे सांस्कृतिक विविधता का संरक्षण हो.”

उन्होंने कहा, “यह उत्सव 10 दिनों तक चलता है और इस दौरान देशभर से कलाकारों का जुटान होता है. यहां हर दिन विभिन्न संगीत विधाओं और कला रूपों का आयोजन किया जाता है, जैसे – हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत, लोक संगीत, भक्ति संगीत, काव्य पाठ, नृत्य और अन्य सांस्कृतिक प्रदर्शन. मुख्यमंत्री योगी ने भी इस उत्सव में भाग लिया है और प्रसिद्ध सांसद हेमा मालिनी कई बार इस उत्सव का हिस्सा बनी हैं और अपनी प्रस्तुति भी दी है.”

एसएचके/जीकेटी