सांबा, 1 अक्टूबर . जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को विधानसभा के तीसरे चरण का चुनाव चल रहा है. इसी क्रम में राज्य में सांबा जिले की रामगढ़ विधानसभा के सीमावर्ती इलाके के गांव जेरडा में वोटिंग के लिए पहली बार एक बॉर्डर पोलिंग स्टेशन बनाया गया. गांव के पूर्व सरपंच मोहन सिंह भट्टी ने बताया कि पहले उन्हें वोट डालने के लिए गांव से चार किलोमीटर दूर जाना पड़ता था. बॉर्डर पर हालात खराब होने के कारण उनके गांव में पोलिंग स्टेशन नहीं बनाया जाता था.
मोहन सिंह भट्टी ने चुनाव आयोग और जिला प्रशासन का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह पहली बार हुआ है, जब लोग अपने ही गांव में वोट डाल सकेंगे. इससे ग्रामीणों में खुशी का माहौल है. उन्होंने कहा कि बॉर्डर इलाके में कई मुद्दे हैं, जिनका समाधान होना आवश्यक है, और वे ऐसी सरकार की चाह रखते हैं, जो बॉर्डर के लोगों की समस्याओं का हल निकाल सके.
भट्टी ने से बातचीत करते हुए कहा, “यह गांव सीमा से एक किलोमीटर की दूरी पर है, और यहां अक्सर फायरिंग होती रहती है, जिससे पड़ोसी देशों के साथ संबंध तनावपूर्ण है. सरकार ने सुरक्षा कारणों से हमें यहां पोलिंग स्टेशन उपलब्ध कराया है. पहले हमें चार किलोमीटर दूर जाकर वोट डालना पड़ता था, और ट्रांसपोर्ट की दिक्कतें भी थीं. इस कारण मतदान प्रतिशत काफी कम रहता था.”
उन्होंने कहा कि प्रशासन का यह एक अच्छा कदम है. “हम बुजुर्ग लोगों को भी अपने गांव में वोट डालते देख रहे हैं, जो पहले ऐसा नहीं कर पाते थे. इससे मतदान प्रतिशत बढ़ाने में मदद मिलेगी. इसके साथ ही, हमने पाकिस्तान को एक संदेश भी दिया है कि वे जो चाहें करें, लेकिन हम अपने अधिकारों के लिए खड़े रहेंगे.”
भट्टी ने बताया कि उनके गांव में सीमा पर खेती, बेरोजगारी, और नशे की समस्या है. “हमें ऐसी सरकार की जरूरत है, जो हमारी समस्याओं का समाधान करे. हम चाहते हैं कि हमारे मुद्दों पर ध्यान दिया जाए और हमारी आवाज को सुना जाए.”
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