बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी : क्या चेतेश्वर पुजारा को मौका मिलना संभव है?

नई दिल्ली, 22 अक्टूबर . अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर मौजूद भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा बीते एक साल से भारतीय टीम से बाहर हैं. अब टीम इंडिया में जगह बनाना उनके लिए आसान नहीं है, लेकिन रणजी ट्रॉफी में उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उनकी टीम में वापसी की अटकलें तेज हो गई हैं.

पुजारा ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में एक बार फिर अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है. रणजी ट्रॉफी में सोमवार को उन्होंने छत्तीसगढ़ के खिलाफ कमाल की बल्लेबाजी करते हुए दोहरा शतक जड़ दिया.

पुजारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैचों में 2000 से अधिक रन बनाने वाले पांच भारतीय बल्लेबाजों में से एक हैं. ऑस्ट्रेलिया में खेले गए 11 टेस्ट मैचों में उनके नाम 993 रन हैं. 36 वर्षीय दाएं हाथ के बल्लेबाज, जिनके नाम अब तक खेले गए 103 टेस्ट मैचों में 7195 रन हैं. राजकोट में छत्तीसगढ़ के खिलाफ एलीट ग्रुप डी मैच में सौराष्ट्र के लिए नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने आए पुजारा ने 25 चौकों और एक छक्के की मदद से 383 गेंदों पर 234 रन बनाए.

हालांकि, उनका दोहरा शतक सौराष्ट्र के लिए पहली पारी में बढ़त लेने और मैच से कम से कम तीन अंक हासिल करने के लिए पर्याप्त नहीं था.

सोमवार को 234 रन की पारी की बदौलत पुजारा फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में चौथे नंबर पर पहुंच गए हैं. उनके नाम अब 18 दोहरे शतक हैं. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा 200 रन बनाने का रिकॉर्ड दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डोनाल्ड ब्रैडमैन के नाम है. अपने खेल के दिनों में ब्रैडमैन ने 37 दोहरे शतक लगाए थे.

2018-19 के दौरे पर ऑस्ट्रेलिया में भारत की पहली टेस्ट सीरीज जीत के नायक रहे पुजारा को अभी भी भारत के लिए वापसी की उम्मीद है. बैगी ग्रीन के खिलाफ टेस्ट में उनका रिकॉर्ड बहुत अच्छा है. 2023 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप विजेताओं के खिलाफ अब तक खेले गए 25 मैचों में पुजारा ने 49.38 की औसत से 2074 रन बनाए हैं. वह टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2000 रन का आंकड़ा पार करने वाले पांच भारतीय बल्लेबाजों में से एक हैं.

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