नोएडा इंटरनेशनल फिल्म सिटी के लिए बोनी कपूर ने प्राधिकरण के साथ की बैठक, कहा – ‘जून में हो सकता है शिलान्यास’

नोएडा, 26 मई . फिल्म निर्माता बोनी कपूर सोमवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा पहुंचे और यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र के सेक्टर-21 में बन रही फिल्म सिटी को लेकर प्राधिकरण के साथ बैठक की. इस दौरान खुलासा किया गया कि जून के आखिरी हफ्ते में नोएडा इंटरनेशनल फिल्म सिटी का शिलान्यास किया जा सकता है. इसे बोनी कपूर की बेव्यू कंपनी और भूटानी ग्रुप मिलकर बना रहे हैं. फिल्म सिटी के एक हिस्से में लगभग 21 एकड़ में एक इंस्टीट्यूट भी बनाया जाएगा, जहां फिल्म से जुड़ी पढ़ाई और प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संयुक्त रूप से कर सकते हैं.

बोनी कपूर ने समाचार एजेंसी को बताया कि 30 जून से पहले इसका शिलान्यास हो जाएगा. इसके पहले चरण में फिल्म स्टूडियो के 14 साउंड स्टेज बनेंगे. 21 एकड़ में इंस्टीट्यूट बनेंगे और स्टूडियोज भी तैयार किए जाएंगे.

फिल्म सिटी की खासियत को लेकर उन्होंने बताया, “फिल्म सिटी में बहुत सारे स्टूडियो और अलग-अलग फ्लोर होंगे. एक स्टूडियो में परमानेंट पानी का टैंक रहेगा. इसमें वर्चुअल स्टूडियो होगा, जहां बड़ी एलईडी स्क्रीन लगी होगी. ये स्क्रीन 80 बाय 20 या उससे भी बड़ी हो सकती हैं. यहां आप कंप्यूटर से बने दृश्य दिखा सकते हैं. अलग-अलग साइज के स्टूडियो होंगे. कुछ टीवी शो के लिए, कुछ फिल्मों के लिए. कुछ जगह पर परमानेंट सेट होंगे. साथ ही, खुला मैदान भी होगा जहां आउटडोर शूटिंग हो सके. यह सब कुछ 155 एकड़ में फैला होगा.”

उन्होंने कहा, “भारत में इस समय तीन फिल्म सिटी सबसे ज्यादा एक्टिव हैं, एक मुंबई की फिल्म सिटी, दूसरी हैदराबाद की रामोजी फिल्म सिटी और तीसरी इंडी स्टूडियो, जो मुंबई के पास है. इसके अलावा तमिलनाडु में भी फिल्म सिटी बनाई गई थी, लेकिन फिलहाल वह उतनी एक्टिव नहीं है. मैंने इन तीनों बड़ी फिल्म सिटीज में काम किया है और वहां शूटिंग भी की है. उनकी अच्छाइयों और कमियों दोनों से अच्छी तरह वाकिफ हूं. कुछ कमियां तो खुद उन फिल्म सिटीज ने भी पहचानी हैं और उन्हें सुधारने की कोशिश कर रहे हैं.”

बोनी कपूर ने कहा, “मैंने इन सभी फिल्म सिटीज को करीब से देखा है. जब ये फिल्म सिटी बनाई गई थीं, तब का जमाना अलग था, न तकनीक ऐसी थी, न जरूरतें ज्यादा थीं. लेकिन अब समय बदल गया है, नोएडा इंटरनेशनल फिल्म सिटी को आज के जमाने के मुताबिक बनाया जाएगा.”

पीके/एकेजे