New Delhi, 11 सितंबर . आजकल बदलती जीवनशैली, प्रदूषण और गलत खानपान का सबसे ज्यादा असर हमारे बालों पर देखने को मिलता है. बाल रूखे हो जाते हैं, चमक खोने लगती है और इसके झड़ने की समस्या अब तो आम हो गई है. बाजार में मिलने वाले महंगे हेयर प्रोडक्ट्स की बजाय अब लोग प्राकृतिक उपायों की ओर लौट रहे हैं, और इसमें सबसे कारगर नाम ‘अलसी के बीज’ का सामने आता है.
ये न केवल शरीर की सेहत के लिए, बल्कि आपके बालों की खूबसूरती के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं.
अमेरिकन नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, अलसी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन ई, प्रोटीन, और फाइबर बालों को भीतर से पोषण देकर उन्हें मजबूती और नमी देता है.
ओमेगा-3 हमारी स्कैल्प की सूजन को कम करता है, जिससे बालों का झड़ना रुकता है और नए बाल उगते हैं.
एक स्टडी में पाया गया कि ओमेगा-3 फैटी एसिड से स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे हेयर फॉलिकल्स तक जरूरी पोषण पहुंचता है और बालों की ग्रोथ तेज होती है.
अलसी के बीजों में मौजूद लिगनान एक प्रकार का एंटीऑक्सिडेंट होता है, जो हॉर्मोन बैलेंस में मदद करता है. महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन बालों के गिरने की बड़ी वजह होती है, और अलसी इसके असर को कम करने में सहायक होती है.
इसके अलावा, अलसी में मौजूद विटामिन ई न केवल बालों को चमकदार बनाता है, बल्कि स्कैल्प पर पड़ने वाले फ्री रेडिकल्स के असर को भी घटाता है, जिससे समय से पहले सफेद बाल और झड़ने की समस्या रोकी जा सकती है.
अलसी से बना हेयर जेल सबसे असरदार माना जाता है. जब अलसी को पानी में उबालते हैं, तो उसमें से एक गाढ़ा जेल निकलता है, जो बालों को नमी देता है और उन्हें टूटने से बचाता है. यह जेल बालों को कंडीशनर की तरह मॉइस्चराइज करता है.
अलसी को हेयर मास्क के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसमें पिसी हुई अलसी को दही या एलोवेरा जेल के साथ मिलाकर लगाया जाता है. यह मास्क बालों की जड़ों को पोषण देता है और उन्हें अंदर से मजबूत बनाता है.
वहीं, अलसी के तेल, जिसे फ्लैक्ससीड ऑयल भी कहा जाता है, को हल्का गर्म करके सिर पर लगाया जाए, तो यह तेल स्कैल्प में गहराई तक जाकर ड्राईनेस को दूर करता है और बालों की ग्रोथ को बढ़ाता है.
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पीके/एबीएम