नई दिल्ली, 8 अप्रैल . प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने देश के लाखों युवाओं और छोटे व्यापारियों को आत्मनिर्भर बनने की राह दिखाई है. 10 वर्षों के इस सफल सफर में योजना ने जमीन पर गहरा असर छोड़ा है. देश के अलग-अलग हिस्सों से सामने आई लाभार्थियों की कहानियां बताती हैं कि इस योजना ने न सिर्फ आर्थिक सहायता की, लोगों के सपनों को मजबूत पंख भी दिए, जिसके सहारे उन्होंने सफलता की ऊंचाई नाप दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में देशभर के 48 चुनिंदा मुद्रा योजना लाभार्थियों से मुलाकात की. इसमें उत्तर प्रदेश की रायबरेली निवासी मनीषा रावत और कश्मीर के मुदासिर हुसैन नक्कासबंदी जैसे युवा उद्यमी भी शामिल रहे. दोनों ने प्रधानमंत्री से बातचीत में बताया कि कैसे इस योजना से उन्हें नया जीवन और पहचान मिली. इस कार्यक्रम में शामिल लाभार्थियों ने समाचार एजेंसी से बात की.
मनीषा रावत ने मई 2023 में ‘चोको कम ट्रू’ नाम से बेकरी शुरू की. उन्होंने अक्टूबर 2024 में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत बड़ौदा यूपी बैंक से 9.5 लाख रुपए का लोन लिया. आज मनीषा की बेकरी कई महिलाओं और पुरुषों को रोजगार दे रही है. उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात में कहा, “महिलाओं को आगे आकर इस योजना का लाभ उठाना चाहिए.”
कश्मीर के मुदासिर हुसैन ने 2021 में अपने व्यवसाय की शुरुआत की और आज उनके पास 40 से अधिक कर्मचारी हैं. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने हमें बड़ा सहारा दिया. प्रधानमंत्री मोदी का आभारी हूं कि उन्होंने हमारे जैसे स्टार्टअप्स को सहयोग दिया.”
झारखंड के गढ़वा जिले में पिछले 10 वर्षों में 32,500 लोगों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत करीब 21 करोड़ रुपए का लोन दिया गया है. अग्रणी बैंक गढ़वा के मुख्य प्रबंधक सत्यदेव कुमार रंजन ने बताया, “यह योजना जिले में रोजगार सृजन की दृष्टि से मील का पत्थर साबित हो रही है.”
गढ़वा के लाभार्थी अमित श्रीवास्तव, गौरव मिश्रा और जाहिर खान ने बताया कि कम ब्याज पर लोन मिलने से व्यापार में विस्तार हुआ है. व्यापार की दिशा और दशा दोनों बदली हैं.
रांची के व्यवसायी मोहम्मद इसाक, पशुपतिनाथ सिंह, सेराज अहमद, मंजूर आलम समेत कई व्यापारियों का कहना है कि मुद्रा योजना ने न केवल व्यवसाय को बढ़ाया, बल्कि बैंकों के साथ उनके रिश्ते को भी मजबूत किया. इन सभी का कहना है कि इस योजना ने उनके पारिवारिक और सामाजिक जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है.
लाभार्थियों ने बताया कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना आज देश के युवाओं और छोटे व्यापारियों के लिए आशा की किरण बन चुकी है. यह योजना केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
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डीएससी/एबीएम