भाजपा का शीर्ष नेतृत्‍व नेताओं के लिए लगाए प्रशिक्षण शिविर, जिससे उन्हें पता चले कि किस तरह बात करनी है : सुषमा अंधारे

नागपुर, 28 मई . शिवसेना यूबीटी नेता सुषमा अंधारे ने बुधवार को उत्तराखंड के पूर्व सीएम और भाजपा नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर हो गईं. उन्‍होंने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्‍व को एक प्रशिक्षण शिविर लगानी चाहिए, जिसके जरिए उनको अपने नेताओं को बताना चाहिए की किस तरह से बात करनी है.

उन्‍होंने कहा कि भाजपा के नेता कभी भारतीय सेना में अधिकारी सोफिया कुरैशी के सम्मान को ठेस पहुंचाते हैं, उन्हें आतंकियों की बहन बताते हैं तो कभी पाकिस्‍तान को अपना भाई बोलते हैं. भाजपा के लोग आए दिन एक अलग-अलग बयानबाजी शुरू कर देते हैं. उन्‍होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व सिर्फ पार्टियां तोड़ने, सांसदों को खरीदने और किस पर जांच एजेंसी ईडी को लगाना है, इस पर सोच विचार कर रही है. इसकी वजह से पार्टी में कोई अनुशासन नहीं रह गया है.

उन्‍होंने समाचार एजेंसी से बातचीत के दौरान वीर सावरकर डिग्री के मुद्दे पर कहा कि संसदीय कार्य पद्धति है और उसकी जो कार्य प्रणाली है, उसमें मेरे वरिष्ठ नेता और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने बुधवार की सुबह अपनी भूमिका स्पष्ट की है, जो पार्टी की भूमिका है, जो वरिष्ठ नेता ने कह दिया है, उतना काफी है.

भाजपा नेता नारायण राणे ने बयान दिया कि राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे के एक साथ आने से कुछ नहीं होगा. इस सवाल के जवाब में उन्‍होंने कहा कि राणे क्या कहते हैं, उसके ऊपर हम ध्यान नहीं देते. राणे का क्या कहना है, वह किसकी आलोचना करते हैं और किसके लिए करते हैं, किसके कहने पर करते हैं, इसके बारे में भी सोचने के लिए हमारे पास कोई टाइम नहीं है.

उन्‍होंने कहा कि हमारे नेता आदित्य ठाकरे ने इसके ऊपर एक अच्छी टिप्पणी की है कि हम पर बोलने के लिए ही उन्हें अगर रखा है और अगर उनकी रोजी-रोटी या उनका राजनीतिक अस्तित्व इसी आधार पर है कि वह हमारी आलोचना करते रहें, हम पर टिप्पणियां करते रहें, तो ठीक है चलिए किसी का तो इससे भला हो रहा है, तो भला हो जाने दीजिए.

एएसएच/जीकेटी