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रांची, 3 नवंबर . चाईबासा और रांची में थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों को एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाए जाने के मामले में दोषियों पर कार्रवाई और स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने Monday को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया. पार्टी के सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सभी जिलों में सिविल सर्जन कार्यालयों के समक्ष धरना दिया और Governor के नाम ज्ञापन सौंपा.
राजधानी रांची में सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचे और स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी के इस्तीफे की मांग की. भाजपा विधायक और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सीपी सिंह ने कहा कि थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाया जाना अमानवीय अपराध है. उन्होंने कहा कि इन बच्चों की जिंदगी को महज दो लाख रुपए में तौल दिया गया है. यह Government स्वास्थ्य से लेकर शिक्षा तक हर क्षेत्र में विफल रही है. दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए.
भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि Jharkhand की मौजूदा Government भ्रष्टाचार में आकंठ तक डूबी हुई है. स्वास्थ्य विभाग लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहा है और इसके लिए सीधे तौर पर मंत्री इरफान अंसारी जिम्मेदार हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि जब भी मंत्री से जवाब मांगा जाता है तो वे इसे भाजपा की साजिश या धार्मिक भेदभाव का मुद्दा बताकर टाल देते हैं. प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेताओं ने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र Government ने 2021 में ही चाईबासा ब्लड बैंक में गंभीर खामियों की ओर ध्यान दिलाया था, लेकिन राज्य Government ने कोई सुधारात्मक कदम नहीं उठाया.
वक्ताओं ने कहा कि Government की लापरवाही के कारण अस्पताल ‘इलाज केंद्र नहीं, मौतघर’ बनते जा रहे हैं. पार्टी ने धरना-प्रदर्शन के बाद Governor को संबोधित ज्ञापन उपायुक्तों को सौंपा. ज्ञापन में मांग की गई है कि पूरे प्रकरण की जांच Jharkhand उच्च न्यायालय के सिटिंग जज या सीबीआई से कराई जाए. साथ ही दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई और स्वास्थ्य मंत्री की बर्खास्तगी की अनुशंसा की जाए. पार्टी ने चेतावनी दी है कि यदि Government ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की तो भाजपा राज्यव्यापी आंदोलन तेज करेगी.
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एसएनसी/डीकेपी