भोपाल 2 दिसंबर . मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी संगठन में आधी आबादी को बड़ी हिस्सेदारी देने का मन बना रही है. बूथ स्तरीय समितियों के गठन में 33 प्रतिशत महिलाओं को प्रतिनिधित्व दिया गया है और अब संगठन की मंडल और जिला इकाइयों में भी इसी तरह की हिस्सेदारी देने की कोशिश चल रही है.
राज्य में भाजपा संगठन के चुनाव की प्रक्रिया जारी है. यहां 65 हजार से ज्यादा बूथ हैं. राज्य की सभी बूथ इकाइयों का गठन हो चुका है और उनका डिजिटलाइजेशन रिकॉर्ड भी बना लिया गया है. इन समितियाें में महिलाओं को 33 प्रतिशत हिस्सेदारी दी गई है. आगामी दिनों में मंडल और जिला इकाइयों का गठन किया जाना है. इसके लिए संगठन ने प्रक्रिया शुरू कर दी है और 31 दिसंबर तक इसे पूरा किया जाना है.
राज्य इकाई के संगठन महामंत्री हितानंद का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के लिए संसद और विधानसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया है और हमारा ध्यान भी मंडल और जिला समितियाें के गठन में महिलाओं को प्रतिनिधित्व देने पर है. राज्य की शत प्रतिशत बूथ समितियाें का गठन हो चुका है और उनका डिजिटलाइजेशन कर लिया गया है. अब मंडल और जिला समितियाें का गठन तय समय सीमा पर करने की तैयारी है.
पिछले दिनों पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक हुई थी. इसमें सर्वसम्मति से पदाधिकारियों के चयन पर जोर दिया गया था. साथ ही कहा गया था कि नियुक्तियां नेताओं के कहने पर नहीं होंं, बल्कि आपसी सामंजस्य से की जाएं. नियुक्तियों में विधायकों और सांसदों की सहमति पर भी जोर दिया गया.
राज्य में भाजपा मंडलों का पुनर्गठन करने जा रही है. इससे 200 मंडल बढ़ जाएंगे. वर्तमान में राज्य में मंडलों की संख्या 1099 है, जो अब बढ़कर 1299 हो जाएगी.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा राज्य में आधी आबादी पर पूरी पकड़ बनाना चाहती है. उसने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं और विधानसभा चुनाव में इसका पार्टी को लाभ भी मिला था. आने वाले समय में यह वर्ग उससे दूर न जाए, इसकी तैयारी अब संगठन के जरिए हो रही है.
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एसएनपी/