बेंगलुरू, 17 जून . पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ाए जाने को लेकर भाजपा ने जेडी(एस) और अन्य संगठनों के साथ मिलकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ आंदोलन का मन बनाया है. कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने इसको लेकर सरकार की कड़ी निंदा की.
बेंगलुरु में पत्रकारों से बात करते हुए विजयेंद्र ने मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के फैसले को जनविरोधी कदम बताते हुए इसकी आलोचना की. उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर कर लगाने के फैसले से गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों पर बोझ पड़ा है.
उन्होंने कहा, ”मैं सीएम सिद्दारमैया से पूछना चाहता हूं कि गरीबों के लिए उनकी चिंता अब कहां गई. किसान अभी भी सूखे की मार झेल रहे हैं वहीं ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी उनके साथ अन्याय होगा. इससे बस का किराया, ऑटो का किराया, दैनिक राशन और सब्जियां महंगी हो जाएंगी. यह बेहद निंदनीय है. केवल भाजपा ही नहीं, राज्य के सभी संगठन आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं. जेडी(एस) के साथ सभी संगठन आंदोलन शुरू करने के लिए एकजुट होंगे.”
विजयेंद्र ने कहा, ”मुद्देबिहल से कांग्रेस विधायक सी.एस. नादगौड़ा ने कहा है कि जब से कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है तब से विकास के लिए कोई फंड जारी नहीं किया गया है. इन परिस्थितियों में उनकी राजनीति में रुचि खत्म हो गई है. कांग्रेस विधायक ने कहा है कि वह अपने विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे. यह कांग्रेस पार्टी के शासन के तरीके को दर्शाता है.”
आगे कहा, ”पिछली भाजपा सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने जब इस्तीफा दिया था, तब राज्य में राजस्व अधिशेष था. इतनी अच्छी स्थिति में रहने वाला राज्य आज संकट से जूझ रहा है. एक तरफ भ्रष्टाचार है तो दूसरी तरफ वित्तीय संकट है. इस बीच राज्य की जनता परेशान है.”
उन्होंने कहा, ”सीएम के ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के फैसले से गरीब और मध्यम वर्ग के लोग परेशान हैं और भाजपा इसका विरोध कर रही है. वहीं सीएम लगातार इस बढ़ोतरी को खारिज करने वाले बयान जारी कर रहे हैं, उनका दावा है कि ईंधन पर कर अन्य राज्यों की तुलना में कम है.”
विजयेंद्र ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, ”मैं सीएम को सितंबर 2021 में दिए गए उनके बयान की याद दिलाना चाहता हूं, जब भाजपा सत्ता में थी और वे विपक्ष के नेता थे. उन्होंने कहा था कि तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 3 रुपये की कमी की है. अगर कांग्रेस सत्ता में होती, तो हम कम से कम 10 रुपये कीमत कम करते.”
कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने शनिवार को पेट्रोल की कीमत में 3 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 3.50 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की.
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एमकेएस/