नागपुर, 2 मई . केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के संसदीय क्षेत्र नागपुर में हुए कम मतदान के विरोध में बीजेपी अदालत का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रही है.
पार्टी का आरोप है कि राजनीतिक दलों को दी गई मतदाता सूची और मतदान केंद्रों में उपलब्ध कराई गई सूची में बड़ा अंतर है.
नितिन गडकरी के गढ़ नागपुर में इस बार 54.30 फीसद मतदान दर्ज किया गया.
बीजेपी का कहना है कि इस सीट पर इतना कम मतदान नहीं हो सकता, यहां जरूर कुछ ना कुछ गड़बड़ हुई है, जिसकी विधिवत जांच की जानी चाहिए.
बीजेपी इस बारे में अपने लीगल टीम से भी राय ले रही है.
बीजेपी नागपुर शहर के अध्यक्ष बंटी कुकड़े ने कहा, “हम नागपुर के 6 विधानसभा सीटों पर तैनात रिटर्निंग ऑफिसर को निलंबित करने की मांग करेंगे.“
बीजेपी का आरोप है कि मतदाता सूची से कई मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं. मतदाता सूची में हुई गड़बड़ी से कई लोग अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सके, जिसकी वजह से नागपुर में कम मतदान दर्ज किया गया.
बीजेपी का कहना है कि शहर के 1 लाख मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं किया गया और यह सब कुछ प्रशासनिक लापरवाही की वजह से हुआ है.
यहां कम से 70 फीसद मतदान होना चाहिए था, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही की वजह से कई मतदाता मतदान करने से वंचित रह गए.
नागपुर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का गढ़ है. बीजेपी की ओर से नितिन गडकरी और कांग्रेस ने यहां से विकास ठाकरे को चुनावी मैदान में उतारा था.
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