लोकसभा स्पीकर के इमरजेंसी पर निंदा प्रस्ताव का भाजपा ने किया स्वागत

नई दिल्ली, 26 जून . इमरजेंसी पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के प्रस्ताव का जहां कांग्रेस के नेताओं ने विरोध किया, वहीं भाजपा ने इसका तहे दिल से स्वागत किया है.

ओम बिरला के इस कदम का कांग्रेस नेताओं ने जहां विरोध किया, वहीं बीजेपी ने इसे लोकतंत्र का काला दिन बताया. बीजेपी ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए लोकतांत्रिक अधिकारों का बेजा इस्तेमाल कर संविधान की धज्जियां उड़ाईं, उसे देश कभी माफ नहीं करेगा.

बीजेपी नेता व राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “कांग्रेस की आपातकाल वाली मानसिकता आज फिर से देखने को मिली, जब लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने निंदा प्रस्ताव लाकर कहा कि यह सदन इंदिरा गांधी द्वारा सत्ता के लालच में लगाए गए आपातकाल की निंदा करता है. मुझे यहां एक बात समझ नहीं आ रही है कि जो लोग संविधान के सिद्धांतों के नाम पर तारीफों के कसीदे पढ़ने से नहीं थक रहे हैं, आखिर ऐसी क्या मजबूरी आ गई कि आज ये लोग लोकसभा स्पीकर द्वारा पारित किए गए निंदा प्रस्ताव की आलोचना कर रहे हैं. क्यों भाई? मेरा आपसे सवाल है कि क्या आप इमरजेंसी का समर्थन करते हैं. क्या आप उस व्यवस्था का समर्थन करते हैं, जिसके अंतर्गत लाखों लोगों को जेल में डाल दिया गया. मैं कांग्रेस वालों से पूछना चाहता हूं कि क्या आप उस व्यवस्था का समर्थन करते हैं, जिसमें मानवाधिकारों को कुचला गया. मीडिया के अधिकारों पर कुठाराघात किया गया? क्या आप इंदिरा गांधी द्वारा संवैधानिक संस्थाओं पर कुठाराघात करने की व्यवस्था का समर्थन करते हैं?“

उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस और राहुल गांधी की मौजूदा स्थिति दिखाती है कि ये लोग अभी भी आपातकाल की मानसिकता से बाहर नहीं आ सके हैं. ये लोग आज भी इमरजेंसी की मानसिकता को सपोर्ट करते हैं. हम तो उस कालखंड को याद करते हैं जब मुलायम सिंह यादव, लालू प्रसाद यादव, डीएमके सहित तमाम नेताओं को जेल में डाला गया था. आज उनको बताना चाहिए कि वो कांग्रेस के इस रवैये पर क्या कहना चाहेंगे.“

भाजपा नेता व मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने भी लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के इस कदम का समर्थन कर कांग्रेस पर जोरदार निशाना साधा. उन्होंने कहा, “हम लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के इस कदम का समर्थन करते हैं. रही बात विपक्ष की तो वो इसलिए विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उन्हीं के शासनकाल में इमरजेंसी लगाई गई थी, जो कि लोकतंत्र के लिए काला दिन था, लेकिन भारतीय लोकतंत्र पर आज तक ना कोई कुठाराघात कर सका है और ना ही आगे कोई कर सकेगा.“

राजेंद्र शुक्ला ने कहा, “लोकसभा स्पीकर ओम बिरला द्वारा इमरजेंसी के संबंध में पारित किए गए निंदा प्रस्ताव का बीजेपी स्वागत करती है. जिस तरह से इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर संवैधानिक संस्थाओं को अधिकारविहीन कर दिया था, जिस तरह से कार्यपालिका को उन्होंने निरंकुश बनाया था, जिस तरह से उन्होंने विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका को बंधक बनाने का काम इंदिरा गांधी ने किया था, उसकी हम भत्सर्ना करते हैं. कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए जिस तरह से लोगों के अधिकारों पर कुठाराघात किया, उसे माफ नहीं किया जा सकता. देश की जनता कांग्रेस की इस कुरीतियों को कभी नहीं भूल सकती.”

एसएचके/