पटना, 17 सितंबर . दिल्ली के नये मुख्यमंत्री के लिए आतिशी के नाम पर सहमति बनी है. अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी (आप) की विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिस पर सर्वसम्मति से मुहर लगाई गई है. अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की खबर और नए सीएम के रूप में आतिशी के नाम के ऐलान के बाद सियासी बयानबाजियों का दौर जारी है. इसी कड़ी में भाजपा नेता प्रेम रंजन पटेल और जीवेश मिश्रा ने भी प्रतिक्रिया दी.
भाजपा नेता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल इस्तीफा देकर सस्ती लोकप्रियता लेना चाहते हैं. जब वह जेल में बंद थे, तब उन्होंने इतिहास रचने का काम किया. देश के अंदर एक संवैधानिक पद पर बैठे हुए व्यक्ति ने लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने का काम किया. अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचारी व्यक्ति हैं, जो खुद को पाक साफ कहते हैं, जेल जाने के बाद भी उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया.
उन्होंने कहा कि केजरीवाल जमानत पर जेल से बाहर आएं हैं और कोर्ट ने उनके ऊपर कई पाबंदियां लगाई हैं. उन्हें यह तक कहा गया है कि वह कोई सरकारी काम नहीं करेंगे, सरकारी कार्यालय में नहीं जाएंगे कोई. भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में किसी प्रकार का बयान नहीं देंगे, तब वह इस्तीफा दे रहे हैं. वह जानते हैं कि अब मुख्यमंत्री के तौर पर कोई काम नहीं कर सकते हैं. सस्ती लोकप्रियता लेने के लिए वह इस्तीफा दे रहे हैं, लेकिन इन्हें कोई लाभ नहीं मिलने वाला है. जनता इन्हें पहले ही नकार चुकी है.
उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव के दौरान कोर्ट से चुनाव प्रचार करने के लिए जमानत मांगी थी. कोर्ट ने उन्हें चुनाव प्रचार के लिए जमानत दी, लेकिन दिल्ली की जनता ने चुनाव में उन्हें नकार दिया. दिल्ली की जनता ने सभी सातों लोकसभा सीटों पर उनकी पार्टी को हराकर, उनके भ्रष्टाचार पर मुहर लगाने का काम किया. दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी सभी सीटों पर उनके भ्रष्टाचार के कारण आम आदमी पार्टी (आप) की जमानत जब्त होगी.
वहीं भाजपा नेता जीवेश मिश्रा ने कहा कि केजरीवाल को उस समय इस्तीफा देना चाहिए था, जब वह जेल में मौज कर रहे थे. जब वह जेल में बंद थे, तब उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया. वे जेल से आने के बाद ऐसे दिखावा कर रहे हैं जैसे जेल नहीं गए. वह ड्रामा कर रहे हैं करने दीजिए.
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पीएसके/एफजेड