नई दिल्ली, 4 मई . चांदनी चौक से कांग्रेस प्रत्याशी पार्टी जयप्रकाश अग्रवाल ने शनिवार को नामांकन दाखिल किया. लेकिन इस दौरान उन्होंने न कोई रोड शो निकाला, ना ही कोई शक्ति प्रदर्शन किया.
आमतौर पर कोई भी प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने से पहले शक्ति प्रदर्शन करता है. लेकिन जयप्रकाश अग्रवाल ने ऐसा कुछ नहीं किया, जिस पर बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने निशाना साधा है.
प्रवीण शंकर कपूर ने कहा, “नामांकन दाखिल करने के दौरान जयप्रकाश अग्रवाल के चेहरे पर निरुत्साह का भाव यह बयां करने के लिए काफी है कि वो चुनाव से पहले ही हार मान चुके हैं.“
उन्होंने कहा, “नामांकन दाखिल करने के दौरान हर नेता पार्टी कार्यकर्ताओं के विशाल समूह के साथ नामांकन कक्ष में जाता है. वो लोगों के बीच अपनी शक्ति दिखाता है, उसके चेहरे पर उत्साह और जोश का भाव देखने को मिलता है, लेकिन जयप्रकाश अग्रवाल के चेहरे पर ऐसा कुछ भी नहीं था, जिससे साफ जाहिर होता है कि वो चुनाव से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर चुके हैं.“
वहीं, बात अगर जयप्रकाश अग्रवाल की करें, तो उनकी गिनती कद्दावर नेताओं में होती है. वो पिछले चार दशकों से राजनीति में हैं. तीन बार चांदनी चौक से सांसद रह चुके जयप्रकाश अग्रवाल को इस बार पार्टी ने इसी सीट से ही चुनावी मैदान में उतारा है. उनका मुकाबला बीजेपी के प्रवीण खंडेलवाल से होगा.
11 नवंबर 1944 जन्मे जयप्रकाश अग्रवाल ने नगर निगम चुनाव से राजनीति में कदम रखा था. 1983 में दिल्ली नगर निगम का चुनाव जीतकर पार्षद बने. इसके बाद वो डिप्टी मेयर बने. 1994 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने चांदनी चौक से टिकट दिया. यहां से जीतकर पहली बार संसद पहुंचे. इसके बाद 2006 में पार्टी ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया. 2009 तक वह राज्यसभा सांसद रहे. इसके बाद 2009 के लोकसभा चुनाव में वो पूर्वी दिल्ली से जीतकर संसद पहुंचे.
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एसएचके/