जयपुर, 29 अक्टूबर . राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने मंगलवार को दावा किया कि भाजपा सरकार ने राज्य में ‘आयुष्मान भारत योजना’ शुरू की है.
मुख्यमंत्री भरतपुर में क्रिटिकल केयर यूनिट के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होंने कहा, “एक समय था जब निजी अस्पतालों में इलाज कराना गरीबों के लिए सपना हुआ करता था. कई लोग पैसे के अभाव में अपनी जान गंवा देते थे. कई बार तो पूरा परिवार कर्ज के बोझ तले दब जाता था. इसलिए भाजपा सरकार ‘आयुष्मान भारत योजना’ के रूप में दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना लेकर आई है.”
सीएम ने कहा कि इस योजना ने न केवल लोगों को इलाज के खर्च की चिंता से मुक्ति दिलाई, बल्कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत भी की.
उन्होंने कहा, “योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे, इसके लिए इसका दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है. हमारा प्रयास है कि बुजुर्गों को इलाज के लिए किसी पर भी निर्भर न रहना पड़े और उन्हें सम्मान के साथ स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें. सरकार प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयासरत है ताकि हर जरूरतमंद व्यक्ति को समय पर अच्छी चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें.”
उन्होंने कहा, “हमें गर्व है कि राज्य सरकार ने बुजुर्गों को सम्मानजनक और आरामदायक उपचार प्रदान करने के लिए 49 जिला अस्पतालों की शुरुआत की है. बुजुर्गों को ज्यादातर चिकित्सा सेवाएं घरों पर प्रदान की जाएंगी, ताकि उन्हें कहीं और जाने की जरूरत न पड़े.”
सीएम ने कहा कि सरकार ने केंद्र सरकार की ‘आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ और प्रदेश में संचालित स्वास्थ्य बीमा योजनाओं को मिलाकर ‘आयुष्मान आरोग्य योजना’ शुरू की है. यह योजना फरवरी में औपचारिक रूप से शुरू की गई थी.
उन्होंने कहा, “इस पहल का उद्देश्य राज्य के सभी नागरिकों को एकीकृत और प्रभावी स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करना है.”
उन्होंने कहा कि लोगों को 25 लाख रुपये तक का इलाज मिलेगा. हमने अन्य राज्यों की सर्वोत्तम प्रथाओं को शामिल करके इस योजना को प्रभावी बनाया है. इसमें कैंसर जैसी योजनाओं के लिए पैकेज हैं. बच्चों के लिए विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए पैकेज हैं. अन्य राज्यों से राजस्थान में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लिए भी प्रावधान हैं. राज्य के 1800 से अधिक अस्पताल इस योजना से जुड़ चुके हैं.”
सीएम ने कहा कि किडनी, लीवर और हृदय रोगों का भी इलाज किया जा रहा है. टीकाकरण कार्यक्रम में 13 लाख से ज्यादा बच्चों को पंजीकृत किया गया है.
इसके अलावा सीएम ने कहा, “हमने मिलावट के खिलाफ ‘शुद्ध आहार मिलावट पर वार’ नाम से अभियान शुरू किया है. इसमें नमूने लेने के मामले में राजस्थान ने देश में प्रथम स्थान हासिल किया है.”
उन्होंने कहा कि सरकार ने अस्पताल की ओपीडी पर्चियों पर हेल्पलाइन नंबर देना भी शुरू कर दिया है. महंगी दवाओं की चिंता से मुक्ति दिलाने के लिए जन औषधि केंद्र खोले गए हैं.
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