झारखंड में हिंसा और टकराव की घटनाओं में कार्रवाई के लिए डीजीपी से मिले भाजपा के सांसद और विधायक

रांची, 19 जुलाई . झारखंड प्रदेश भाजपा ने मुहर्रम जुलूस के दौरान आठ जिलों में टकराव-झड़प और पिछले 72 घंटों के दौरान कई स्थानों पर हिंसक घटनाओं को लेकर राज्य के डीजीपी से तत्काल कार्रवाई की मांग की है.

नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी के नेतृत्व में भाजपा के विधायकों-सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को डीजीपी अजय कुमार सिंह से मुलाकात की और उनसे कहा कि पुलिस इन घटनाओं में बगैर किसी राजनीतिक दबाव के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे. इस संबंध में उन्हें एक मेमोरेंडम भी सौंपा गया है.

नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने डीजीपी से मुलाकात के बाद पुलिस मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों में लगातार सामने आ रही आपराधिक घटनाओं से विधि-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं. खास तौर पर मुहर्रम के दौरान एक समुदाय विशेष के लोगों ने जिस तरह कानून अपने हाथ में लेकर आतंक मचाया है, वह बेहद खतरनाक है. पूरे राज्य की स्थिति अलार्मिंग है.

बाउरी ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों ने राज्य के संथाल परगना इलाके में अपनी समानांतर व्यवस्था बना ली है. पिछले कुछ दिनों में सामने आई घटनाएं इसका प्रमाण हैं. पाकुड़ में हिंदुओं पर हमले हुए हैं. मुहर्रम जुलूस के दौरान जगह-जगह फिलिस्तीन के झंडे दिखाए गए हैं. झारखंड में घुसपैठ की समस्या के कारण देश की संप्रभुता और झारखंड वासियों की अस्मिता खतरे में है.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हजारीबाग के बड़कागांव थाना क्षेत्र के महुदी गांव में विधि-व्यवस्था का हवाला देकर सार्वजनिक रास्ते से पिछले 40 वर्षों से रामनवमी का जुलूस नहीं निकालने दिया जा रहा है और उसी रास्ते से मुहर्रम का जुलूस निकालने की छूट दी जा रही है. वहां हिंदुओं की ओर से निकाली गई कलशयात्रा पर भी हमला हुआ. भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को महुदी का दौरा करने पर पाया कि प्रशासन की एकतरफा कार्रवाई के कारण वहां तनाव और असंतोष की स्थिति है.

उन्होंने बताया कि इन तमाम घटनाओं और मुद्दों पर डीजीपी का ध्यान आकृष्ट करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है. डीजीपी से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में सांसद मनीष जायसवाल, विधायक भानु प्रताप शाही, अनंत ओझा, नवीन जायसवाल एवं अन्य नेता शामिल थे.

एसएनसी/एबीएम