‘संचार को बढ़ावा दे रही केंद्र सरकार’, लद्दाख के गांवों में 4जी-5जी कनेक्टिविटी मिलने पर बोले भाजपा सांसद

नई दिल्ली, 20 अप्रैल . लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से झड़प के बाद बंद हुई मोबाइल सेवा फिर से शुरू कर दी गई है. लद्दाख के दूरदराज के गांवों में 4जी और 5जी कनेक्टिविटी शुरू हो गई है. भाजपा सांसद गुलाम अली खटाना ने इसे सराहनीय कदम बताया.

गुलाम अली खटाना ने रविवार को समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, “केंद्र सरकार रक्षा और संचार को मजबूती दे रही है. साथ ही रक्षा क्षेत्र में कम्युनिकेशन को बढ़ावा दे रही है. केंद्र सरकार का फोकस बुनियादी ढांचे और संचार के निर्माण को प्राथमिकता देना है, इसलिए इस क्षेत्र को 2जी-3जी घोटाले से बाहर निकाला गया और 5जी देने का काम किया गया, जो दुनिया में सबसे सस्ता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मिशन बीएसएनएल को निजी कंपनियों के बराबर लाना है, जिस पर रक्षा मंत्री भी काम कर रहे हैं.”

भाजपा सांसद ने कहा कि भारतीय सेना के जवान देश की सीमाओं और लोगों के आरोग्य के लिए काम कर रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के पाकिस्तान को लेकर दिए बयान का गुलाम अली खटाना ने समर्थन किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यह बात समझ लेनी चाहिए कि देश में पीएम मोदी की सरकार है.

भारतीय सेना ने लद्दाख के कई ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पहली बार मोबाइल कनेक्टिविटी की सुविधा उपलब्ध कराई है. अब पूर्वी लद्दाख, पश्चिमी लद्दाख और सियाचिन ग्लेशियर जैसे दुर्गम इलाकों में भी 4जी और 5जी मोबाइल नेटवर्क की सुविधा पहुंच गई है.

इस पहल से दुर्गम और बर्फीले इलाकों में तैनात सैनिकों को अपने परिवारों से संपर्क में रहने की सुविधा मिली है, जिससे उनका मनोबल और आत्मबल काफी बढ़ा है. दुरबुक (डीबीओ), गलवान, डेमचोक, चुमार, बटालिक, द्रास और सियाचिन ग्लेशियर जैसे स्थानों पर तैनात सैनिक अपने परिवार से बात कर सकते हैं, जो पहले लगभग असंभव था.

यह उपलब्धि सरकार की दूरदर्शी सोच की वजह से संभव हो सकी है, जिसके लिए भारतीय सेना ने अपनी ऑप्टिकल फाइबर केबल संरचना का उपयोग करते हुए टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं (टीएसपीएस) और लद्दाख प्रशासन के साथ मिलकर काम किया. ‘फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स’ ने इस समन्वय में अहम भूमिका निभाई है. लद्दाख और कारगिल जिलों में सेना के ढांचे पर चार प्रमुख मोबाइल टावर लगाए गए हैं.

एफएम/एकेजे