नई दिल्ली, 18 मार्च . जंतर-मंतर पर सोमवार को वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन की अगुवाई ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा की गई थी. इस प्रदर्शन में भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग पहुंचे थे. इस दौरान जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने एक बयान देकर सियासत बढ़ा दी है. दरअसल, उन्होंने कहा है कि हर लड़ाई के लिए कुर्बानी की जरूरत होती है. मैं कुर्बानी देने के लिए तैयार हूं.
महमूद मदनी के इस बयान पर भाजपा सांसद बृजलाल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. सोमवार को न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मैं उनके बयान से इत्तेफाक नहीं रखता हूं. लेकिन, मौलाना महमूद मदनी का यह भड़काऊ बयान है. यह जो वक्फ बोर्ड पर कब्जा था, इन्ही जैसे लोगों का था. गरीब मुसलमान को कोई पूछता तक नहीं था. ऊपरी तबके के मुसलमान वक्फ पर कब्जा कर बैठे थे. गरीब मुसलमानों की जमीनी छीनी गई. मैं मौलाना महमूद मदनी से कहना चाहता हूं कि धमकी से साथ काम नहीं चलता है. तुष्टिकरण की राजनीति नहीं चलेगी. मैं देश के मुसलमानों से साफ तौर पर स्पष्ट कहना चाहता हूं कि वक्फ संशोधन बिल उनकी भलाई के लिए है. इस बिल के आने से किसी की मस्जिद नहीं छीनी जाएगी.
किसी का कब्रिस्तान नहीं छीना जाएगा. मौलाना महमूद मदनी के बुलडोजर वाले बयान पर भाजपा सांसद ने कहा कि बुलडोजर की कार्रवाई ऐसे ही नहीं हो जाती है. सरकारी जमीन पर जब कब्जा होता है तो बकायदा नोटिस सर्व किया जाता है. नोटिस के बाद भी जब सरकारी जमीन नहीं खाली की जाती है तो बुलडोजर की कार्रवाई होती है. हां, वक्फ संशोधन बिल के आने से अब यह लोग अपनी मनमर्जी के अनुसार किसी की जमीन पर नोटिस लगाकर वक्फ की जमीन घोषित नहीं कर पाएंगे.
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