जकार्ता, 31 मई ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच के तहत सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की सदस्य भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने शनिवार को जकार्ता में भारतीय दूतावास के ‘बीजू हॉल’ का उद्घाटन किया. इसके साथ ही इंडोनेशिया के स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाले दिवंगत ओडिया नेता बीजू पटनायक की स्मारक पट्टिका का अनावरण किया.
पटनायक को दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश के स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका के लिए सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘बिंटांग जसा उतामा’ और इंडोनेशिया की मानद नागरिकता ‘भूमि पुत्र’ से सम्मानित किया गया. भुवनेश्वर की सांसद सारंगी ने इस यात्रा के दौरान ओडिया समाज के सदस्यों से भी बातचीत की.
अपराजिता सारंगी जनता दल यूनाइटेड सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं, जो भारत के आतंकवाद विरोधी रुख को पेश करने के लिए इंडोनेशिया में हैं.
शुक्रवार को भारतीय सांसदों ने इंडोनेशिया की गोलकर और नासदेम पार्टियों के सदस्यों से मुलाकात की और उन्हें पहलगाम में हुए नृशंस आतंकवादी हमले के बाद की घटनाओं से अवगत कराया. पार्टियों ने आतंकवादी हमले की पूरी तरह निंदा की और कहा कि हमलों से पैदा हुई स्थिति ने उनके दिलों में दर्द और दुख पैदा किया है.
प्रतिनिधिमंडल ने जकार्ता में भारतीय दूतावास में प्रेस और मीडिया के साथ बातचीत की. प्रतिनिधिमंडल ने इंडोनेशियाई मीडिया को सीमा पार हमलों के खिलाफ भारत के ‘नए सामान्य’, आतंकवाद के लिए शून्य सहिष्णुता और राष्ट्रीय हित के सभी मामलों में एकजुट रहने के सर्वदलीय संकल्प के बारे में जानकारी दी.
ग्लोबल मीडिया हाउस के कई पत्रकार भी इस इंटरैक्टिव सेशन में शामिल हुए. इसके बाद भारतीय दूतावास में भारतीय प्रवासी संघों के प्रमुख बिजनेस और कम्यूनिटी लीडर्स के साथ बातचीत हुई. कार्यक्रम में 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों की याद में एक मिनट का मौन रखा गया.
जकार्ता में भारतीय दूतावास ने कहा, “संसदीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख संजय कुमार झा ने आतंकवाद से निपटने और शांति एवं विकास सुनिश्चित करने के लिए भारत के अथक प्रयासों पर प्रकाश डाला. प्रतिनिधिमंडल ने सहिष्णुता, बहुलवाद और एकता के सिद्धांतों को कायम रखने के लिए विश्व स्तर पर और इंडोनेशिया में भारतीय प्रवासियों की सराहना की. इसके साथ ही उनसे आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़े होने और सभी रूपों में आतंकवाद से लड़ने के राष्ट्रीय संकल्प को बढ़ाने का आग्रह किया.”
प्रतिनिधिमंडल ने पहले जकार्ता में गांधी मेमोरियल इंटरकॉन्टिनेंटल स्कूल का दौरा किया और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत पौधे लगाए.
उन्होंने गांधी सेवा लोक एसोसिएशन के समिति सदस्यों के साथ भी बातचीत की और राष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने के लिए सत्य, न्याय, एकीकृत कार्रवाई और अटूट साहस के मूल्यों का आह्वान किया, जो महात्मा गांधी के सिद्धांत थे.
इसके अलावा उन्होंने नहदलातुल उलमा कार्यकारी बोर्ड (पीबीएनयू) के अध्यक्ष केएच उलिल अबशार अब्दुल्ला और इंडोनेशिया में नहदलातुल उलमा (एनयू) के समिति सदस्य खोलीली खोलील से मुलाकात की.
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी. इसे याद करते हुए केएच उलिल ने कहा कि वह भारत के दर्द को महसूस करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने भारत और इंडोनेशिया से शांति और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए हाथ से हाथ मिलाकर चलने का आह्वान किया.
प्रतिनिधिमंडल के नेता ने एनयू नेताओं से भारत का समर्थन करने और दुनिया को एक मजबूत संदेश देने के लिए सीमा पार आतंकवाद की निंदा करने का आग्रह किया.
सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और जापान में सफलतापूर्वक अपने कार्यक्रम पूरे करने के बाद प्रतिनिधि इंडोनेशिया में हैं. यहां वे इंडोनेशियाई नेतृत्व के समक्ष ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई के महत्व को उजागर करेंगे.
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आरएसजी/एएस