नई दिल्ली, 27 मार्च . ‘गौशाला की दुर्गंध’ बनाम ‘इत्र की सुगंध’ बयान के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भाजपा के निशाने पर आ गए हैं. भाजपा विधायक अभय वर्मा ने दावा किया कि पूर्व सीएम जानबूझकर हिंदू विरोधी टिप्पणी करते हैं.
न्यूज एजेंसी से गुरुवार को बातचीत के दौरान भाजपा विधायक अभय वर्मा ने कहा, “अखिलेश यादव की मानसिकता ही ऐसी है. वो ऐसे बयान इसलिए देते हैं ताकि हिंदू समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचे और अल्पसंख्यक समुदाय खुश हो जाए. अखिलेश यादव वोट बैंक की राजनीति करते हैं और उनकी बातों का जवाब हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बराबर देते हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि अखिलेश के ऐसे बयान पर भी उत्तर सीएम योगी की ओर से आएगा. अखिलेश यादव पिछले 10 साल से सत्ता से बाहर हैं और मुझे नहीं लगता कि इस तरह की बात कहने के बाद वो कभी भी यूपी की सत्ता में लौटेंगे.
वर्मा ने गौशाला को लेकर भाजपा सरकार की प्रतिबद्धता पर बात की. उन्होंने कहा, “गौशाला को लेकर दिल्ली सरकार ने बजट में प्रावधान किया है. हमारे हिंदू धर्म में गौ को पूजा जाता है, हम गौ को माता मानते हैं. अखिलेश यादव जिस तरह का बयान देते हैं, उनका तो भगवान ही मालिक है.”
उत्तर प्रदेश के संभल में सड़क या छत पर नमाज न पढ़े जाने पर भाजपा विधायक अभय वर्मा ने कहा कि मैं भी सड़क पर नमाज पढ़ने के खिलाफ हूं, और यह मेरा अपना तर्क है. अगर आप इसे धर्म से जोड़ेंगे तो यह गलत होगा. जब कोई अपने भगवान को याद करता है तो वह स्थान पवित्र होना चाहिए. वह जगह साफ-सुथरी होनी चाहिए. लेकिन, आप सड़क पर नमाज पढ़ रहे हैं तो यह ठीक नहीं है. मस्जिद के अंदर नमाज इसलिए पढ़ी जाती है क्योंकि वह पवित्र होता है, इसलिए सड़क या सार्वजनिक जगह पवित्र नहीं हो सकता है. हां, उठने-बैठने के लिए कह सकते हैं कि ठीक है. लेकिन, नमाज पढ़ने के लिए ठीक नहीं है, इसलिए जब आप अपने भगवान को याद करें तो पवित्र स्थान से करें.
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डीकेएम/केआर