नई दिल्ली, 6 दिसंबर . राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की सीट से सदन के अंदर नोटों की गड्डी बरामद होने के बाद सियासी बवाल मच गया है. इस घटना पर भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई हैं. उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. भाजपा के सांसदों ने इसे लोकतंत्र के मंदिर का अपमान बताया है.
भाजपा सांसद रवि किशन ने सवाल उठाया कि संसद में नोटों की गड्डी कैसे आई? इसका इस्तेमाल क्यों हुआ और किसके लिए किया गया. इस मामले की जांच में सभी तथ्यों का पता चलना चाहिए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह घटना संसद के भीतर क्यों घटी.
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि उन्हें यह घटना देखकर हैरानी हुई है. यह लोकतंत्र का मंदिर है और संसद में नोटों की गड्डियां किसके लिए थीं, किसने इन्हें भेजा? यह एक गंभीर सवाल है. जब हम संसद में जाते हैं तो हमारे मोबाइल तक चेक होते हैं, फिर यह नोटों की गड्डियां किस तरह पहुंचीं?
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के भीतर काले धन का गढ़ कितना गहरा है, यह साबित हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच होनी चाहिए और दोषी को सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि उपराष्ट्रपति महोदय इस मामले की जांच कराएं और इस पर कार्रवाई हो.
भाजपा सांसद रामेश्वर तेली ने कहा कि यह सिर्फ एक छोटी घटना नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की शुद्धता पर बड़ा सवाल उठाती है. उन्होंने कहा कि अगर सिंघवी की सीट से पैसे मिले हैं तो इसकी पूरी जांच होनी चाहिए. उसमें सिर्फ रुपये नहीं, विदेशी मुद्रा भी है, तो इसका सच सामने आना चाहिए. अगर यह पैसा सिंघवी का नहीं है, तो कोई भी इसे क्लेम करने क्यों नहीं आया? इस पर भी जांच होनी चाहिए.
भाजपा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने भी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह संसद और देश के लिए शर्म की बात है. यह सिर्फ नोटों की गड्डियां नहीं, बल्कि काले धन और भ्रष्टाचार का भी मुद्दा है. इसकी जांच होनी चाहिए और यह पता लगाना चाहिए कि ये नोट सही हैं या फर्जी. उन्होंने कहा कि अगर ये पैसे किसी के नहीं हैं, तो कोई भी क्लेम क्यों नहीं करने आया?
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पीएसके/एकेजे