उधमपुर, 26 जुलाई . कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के मौके पर शुक्रवार को देश में कई जगहों पर आयोजन हुए. जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में प्रदेश के भाजपा प्रभारी तरुण चुघ ने मोमबत्ती जलाकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी.
तरुण चुघ ने कहा कि कारगिल युद्ध सबसे कठिन था. तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने खुद युद्ध में जाकर सेना का मनोबल बढ़ाया था. दुनिया की सबसे कठिन जंग में भारत के वीर जवानों ने अपना शौर्य, पराक्रम और बलिदान दिखाया. उनके शौर्य और साहस के कारण आज देश की सीमाएं सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा, “आज मैं अपनी पूरी टीम के साथ नमन करने के लिए उधमपुर के इस ऐतिहासिक स्थान पर आया हूं.”
तरुण चुघ ने कहा कि लगभग 25 साल पहले इसी अस्पताल में आकर नरेंद्र मोदी ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों के परिवारों से मुलाकात की थी. जो जवान घायल हुए थे उनसे भी मिले थे.
उन्होंने कहा, “हमारे लिए देश की सेना सर्वोपरि है. सेना का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है. मुझे याद है 2004 से 2014 तक जो सरकार थी, उनके शासनकाल में रोज आर्टिकल छपा करते थे कि सेना के पास बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं है, लड़ने के लिए जहाज और लड़ाकू विमान नहीं हैं. आधुनिक हथियारों की कमी है. वह कैसा दौर था कि देश की रक्षा मंत्री ने एक भी आधुनिक हथियार नहीं खरीदा.”
उन्होंने कहा कि आज “हमें गर्व है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के हर एक सैनिक तक बुलेट प्रूफ जैकेट पहुंचाई. दुर्गम और कठिन इलाकों में लड़ने के लिए हर एक-एक सामान पहुंचाया. लड़ाकू विमान भी मिले हैं. दुनिया के सबसे अच्छा हेलीकॉप्टर हमारी सेना के पास है. मुझे गर्व है कि जो वादा किया गया था उसे सरकार ने पूरा किया. सेना ने पिछले कुछ वर्षों से आतंकवाद को समाप्त किया है. आतंकवादियों की संख्या कम की है.
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एससीएच/एकेजे