भाजपा नेता सतपाल शर्मा का कांग्रेस पर तंज, बोले- हाशिए पर पहुंच गई है पार्टी

New Delhi, 22 जुलाई . जम्‍मू-कश्‍मीर को राज्‍य का दर्जा दिलाने के लिए कांग्रेस ने दिल्‍ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सतपाल शर्मा ने कांग्रेस पर हमला बोला. उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आज हाशिए पर पहुंच गई है. वास्‍तविकता यह है कि इस पार्टी के पास कुछ करने के लिए बचा ही नहीं है.

भाजपा नेता सतपाल शर्मा ने से बातचीत में कहा कि कांग्रेस ने हमेशा देश के अहित में काम किया है. किसी समय सत्ता में नंबर एक पर रही राजनीतिक पार्टी आज हाशिए पर है. इसका प्रमुख कारण यह है कि जहां देश का सम्‍मान होता है, वहां देश के विरुद्ध खड़े हो जाते हैं. भारतीय सेना और देश के नेतृत्‍व के साथ होने के बदले पाकिस्‍तान और चीन के साथ खड़े नजर आते हैं. वास्‍तविकता यह है कि इस पार्टी के पास करने के लिए कुछ नहीं है.

उन्‍होंने कहा कि Prime Minister Narendra Modi ने कहा कि उचित समय आने पर जम्‍मू-कश्‍मीर को राज्‍य का दर्जा दिया जाएगा. ऐसे में हम सबको देश के नेतृत्‍व के साथ खड़ा रहना चाहिए. आज की परिस्थिति की बात करें तो नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस को अपने एजेंडे की तरफ ध्‍यान देना चाहिए. सरकार का काम है कि जनता को मूलभूत सुविधाएं देना. इन पार्टियों ने विकास के नाम पर कुछ नहीं किया है. Prime Minister ने जो कहा है, वह किया है. जम्‍मू-कश्‍मीर को राज्‍य का दर्जा उचित समय आने पर जरूर मिल जाएगा.

उन्‍होंने कहा कि जब पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार थी, त‍ब नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने ऐसा कोई काम न‍हीं किया, जिससे प्रदेश में शांति का माहौल बन सके.

सतपाल शर्मा ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा कि अपने को न्‍यूक्लियर पॉवर कहने वाला देश घुटनों के बल आ गया. ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि हमारा देश किस कतार में खड़ा है. Prime Minister Narendra Modi के नेतृत्‍व में देश आगे बढ़ रहा है. सीमा पर हमारे जवान देश की सुरक्षा कर रहे हैं, भारतीय सेना का पराक्रम ऑपरेशन सिंदूर में पूरी दुनिया ने देख लिया है.

वहीं, कांग्रेस ने कहा कि जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के लिए दबाव बनाया गया. इस पर उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस ने देश को राजनीति के नजरिए से देखा है. उनके लिए देश मायने नहीं रखता है. अंग्रेजों द्वारा पैदा की गई कांग्रेस अंग्रेजों की सोच को आज भी आगे बढ़ा रही है. धनखड़ बड़े ही जीवट व्‍यक्ति हैं, काम करना उनकी शैली में है. अगर उन्‍होंने अपनी सेहत का हवाला दिया है तो यह सत्‍य है.

एएसएच/डीकेपी