वायनाड, 3 अगस्त . भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा ने शनिवार को वायनाड भूस्खलन को केरल में गोहत्या की प्रथा से जोड़कर विवाद खड़ा कर दिया. राजस्थान के पूर्व विधायक ने दावा किया कि जहां भी गोहत्या होती है, वहां ऐसी घटनाएं होती रहेंगी.
आहूजा ने कहा, “2018 से हमने एक पैटर्न देखा है, जहां गोहत्या में शामिल क्षेत्रों में ऐसी दुखद घटनाएं होती रहती हैं. अगर गोहत्या बंद नहीं हुई, तो केरल में इसी तरह की त्रासदियां होती रहेंगी.”
मीडिया से बात करते हुए आहूजा ने कहा कि वायनाड में भूस्खलन गोहत्या का सीधा नतीजा है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक केरल में यह प्रथा बंद नहीं की जाती, इसी तरह की त्रासदियां जारी रहेंगी. उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी बादल फटने और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदा अक्सर होती रहती हैं, लेकिन वे इस तरह की आपदा नहीं लातीं.
बता दें कि केरल के वायनाड में हुए भस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 344 हो गई और 206 लोग अभी भी लापता हैं. रेस्क्यू टीम का शनिवार को पांचवें दिन भी ऑपरेशन जारी है.
सुरक्षा बलों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, अग्निशमन सेवा और स्वयंसेवकों के 1,500 से अधिक कर्मियों वाली बचाव टीम ने शनिवार सुबह चार बजे से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों चूरलमाला, वेल्लारीमाला, मुंडकाईल और पुंचिरीमाडोम में तलाशी शुरू कर दी है.
अब तक 146 शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि 74 की पहचान होनी बाकी है. मृतकों में 30 बच्चे भी शामिल हैं. मलबे से बड़ी संख्या में क्षत-विक्षत लाशों के अंग भी बरामद किये गए हैं.
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आरके/जीकेटी