नंदुरबार, 14 जून . महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में अप्रैल और मई में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है. प्याज, चना, पपीता और केले जैसी फसलों को व्यापक नुकसान हुआ, साथ ही कई घर भी ढह गए. इस आपदा से किसानों को काफी नुकसान हुआ है.
जिला प्रशासन ने तत्काल पंचनामा कर नुकसान का आकलन किया और विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है. रिपोर्ट के आधार पर भाजपा महासचिव विजय चौधरी ने राज्य सरकार से तत्काल मुआवजे की मांग की है.
चौधरी ने कहा, “बेमौसम बारिश ने नंदुरबार के किसानों को गहरे संकट में डाल दिया है. फसलों के साथ-साथ कई किसानों के घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. प्रशासन ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्देशानुसार सर्वे पूरा कर लिया है. हमारी मांग है कि सरकार तुरंत प्रभावित किसानों को सहायता राशि प्रदान करे.”
उन्होंने विश्वास जताया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस संकट में किसानों का साथ देंगे क्योंकि वे हमेशा किसानों के हितों के प्रति संवेदनशील रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हमारे किसान भाइयों के प्रति अतिसंवेदनशील हैं, वे किसानों की समस्या, उनके दुख-दर्द को अच्छी तरह से जानते हैं. उनसे मेरी मांग है कि जो हमारे किसान भाई हैं, जिनकी फसल का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई सुनिश्चित की जाए. मुझे विश्वास है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस किसानों को उनकी फसल के नुकसान का मुआवजा जरूर देंगे, जिससे हमारे किसान भाइयों को राहत मिलेगी. महायुति सरकार हमेशा किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है.
नंदुरबार जिले में बेमौसम बारिश ने खेती पर निर्भर किसानों को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया है. प्याज और चने की प्रमुख फसलों के साथ-साथ पपीता और केले की खेती भी प्रभावित हुई है. कई किसानों का कहना है कि उनकी पूरी फसल बर्बाद हो गई, जिससे कर्ज का बोझ और बढ़ गया है. स्थानीय प्रशासन ने नुकसान का जायजा लेने के लिए तहसील स्तर पर टीमें गठित की थीं, जिन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान का आकलन किया. प्रशासन की रिपोर्ट में फसलों, घरों और अन्य संपत्तियों को हुए नुकसान का विस्तृत ब्योरा शामिल है.
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एकेएस/केआर