नई दिल्ली, 19 जून . नीट विवाद मामले में राजनीति गरमाती जा रही है. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली समेत बुधवार को देशभर के अलग-अलग राज्यों और शहरों में विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान आम आदमी पार्टी के यूथ विंग ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के घर का घेराव कर प्रदर्शन भी किया.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने इसे भाजपा का एक ऑर्गेनाइज्ड क्राइम बताया है. संदीप पाठक ने कहा कि भाजपा ने इसे एक बड़ा धंधा बना रखा है. जिन-जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है, वहां सबसे ज्यादा पेपर लीक के मामले सामने आए हैं. नीट को पूरी तरीके से रद्द होना चाहिए और दोबारा परीक्षा होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि नीट मेडिकल एंट्रेंस की सबसे बड़ी परीक्षा होती है और इसके लिए बच्चे बहुत ज्यादा मेहनत करते हैं. पूरे देश भर में 1 लाख सीटें हैं. जिसके लिए 24 लाख बच्चे तैयारी करते हैं. यह सिर्फ बच्चे नहीं होते बल्कि उनके साथ उनके परिवार भी तैयारी कर रहा होता है. यह उनके साथ पूरी तरीके से छल है. जब ऐसी परीक्षाओं में पेपर को बेचा जाए, इसे धंधा बना दिया जाए तो यह किसी देशद्रोह से कम नहीं. हमारे देश के डॉक्टरों का पूरी दुनिया में कोई सानी नहीं है. हमारे देश के मेडिकल कॉलेज में जो बच्चे दाखिला लेते हैं, वह काफी अच्छी प्रक्रिया से चुनकर आते हैं.
संदीप पाठक के मुताबिक इस विवाद में दो मामले सामने आए हैं. पहला पेपर लीक का मामला है. इस मामले में 24 घंटे पहले पेपर लीक हुआ और बिहार में 60 से 70 लाख रुपए में पेपर बेचा गया. इसी कड़ी में गुजरात के गोधरा में भी एक कोचिंग सेंटर के जरिए 30 से 50 लाख में पेपर बेचे गए. दूसरा मार्किंग का मामला है. देश भर में परीक्षा करवाने की जिम्मेदारी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की होती है. जो मार्किंग की गई है, उसमें कुछ भी क्लियर नहीं हो रहा है. 67 छात्रों को वन रैंक दी गई. उसमें से 6 लोग हरियाणा के एक ही सेंटर से आए हैं. जिस सेंटर से यह 6 बच्चे फर्स्ट आए हैं, वह भारतीय जनता पार्टी के एक नेता का है.
उन्होंने बताया कि जब एनटीए से पूछा गया तो पता चला कि बच्चों को ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं. आज तक इतिहास में ऐसा नहीं हुआ. परीक्षा लेट शुरू होने की वजह से कभी भी ग्रेस मार्क्स नहीं दिया गया. 720 नंबर के पेपर में 140 तक ग्रेस मार्क्स दिया गया. इसके साथ ही नीट एग्जाम में 717, 718 और 719 नंबर आ ही नहीं सकते. पूरा देश जानना चाहता है कि जिन बच्चों को ग्रेस मार्क दिए गए हैं, वो कौन हैं और उन्हें किस आधार पर नंबर दिए गए हैं.
उन्होंने कहा कि 2015 से लेकर आज तक गुजरात में एक भी परीक्षा बिना पेपर लीक के नहीं हुई है. जीपीएससी चीफ का एग्जाम हुआ, 2014 में लीक हो गया, तलाती सुंदर नगर, गांधीनगर एग्जाम 2016 में लीक हो गया, टीचर एप्टीट्यूड टेस्ट 2018 में लीक हो गया, मुख्य सेविका परीक्षा 2018 में लीक हो गया. यह लगातार जारी है.
मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले का जिक्र करते हुए संदीप पाठक ने आरोप लगाया कि इसमें इतने ज्यादा मर्डर भी हुए और इसके मुख्य दोषी आज तक नहीं पकड़े जा सके हैं. पिछले पार्लियामेंट में भाजपा सरकार ने पब्लिक एग्जामिनेशन अनफेयर मीन लॉ लेकर आई, जिसमें पेपर लीक मामले से जुड़े दोषियों के खिलाफ 10 साल की सजा और एक करोड़ रुपए जुर्माना लगाया जाएगा.
आप नेता ने सवाल उठाया है कि जब एक पेपर 70 लाख का बिक रहा है तो एक करोड़ जुर्माने से क्या होगा. कोई भी बड़ा आदमी किसी को भी पकड़कर खड़ा कर देगा और उसे दोषी बताकर 10 साल की जेल वो आराम से काटकर बाहर आ जाएगा.
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पीकेटी/एबीएम