भाजपा अपनी विचारधारा से समझौता नहीं करती: अनिल विज

अंबाला, 6 नवंबर . जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला के अटल बिहारी वाजपेयी को लेकर दिए बयान पर अनिल विज ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा भाजपा ने कभी भी अपनी विचारधारा से समझौता नहीं किया है.

हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयानों सहित कई मुद्दों पर से बात की.

दरअसल, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि अगर भाजपा स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नजरिया अपनाती तो आज जम्मू कश्मीर का यह हाल नहीं होता. इस पर जब अनिल विज से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी ने शुरू से ही जम्मू-कश्मीर के लिए एक ही नजरिया रखा है. जनसंघ के संस्थापक रहे श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कहा था एक देश में दो विधान नहीं चल सकते हैं. पार्टी में नेता बदलते रहे लेकिन पार्टी का नजरिया वही है कि जम्मू-कश्मीर भारत का एक अभिन्न हिस्सा है. भाजपा पार्टी अपने विचारधारा से समझौता नहीं कर सकती है.”

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर घुमा फिरा कर बातें करने का आरोप लगाया है. इस पर हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने कहा, “मुझे नहीं पता है कि वह किस आधार पर ऐसा कह रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर बात सीधी और स्पष्ट होती है. जो आसानी से लोगों को समझ में आती है. घुमा-फिरा के बात तो कांग्रेस करती है. हिमाचल में कांग्रेस ने जनता को मुफ्त योजना देने का वादा करते थे. आज वेतन नहीं दे पा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में शौचालय बनाए. हिमाचल की सरकार टॉयलेट पर टैक्स लगा रही है. यह अंतर कांग्रेस और भाजपा की पार्टी में है.”

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, धर्म के आधार पर कांग्रेस ने देश का बंटवारा करवाया था. बंटवारे के दौरान लाखों लोगों की मृत्यु हुई. आजादी की लड़ाई में कहीं भी नहीं लिखा था कि देश का बंटवारा होगा. देश के सारे हिस्से मिलकर लड़े, लेकिन इन्होंने भेदभाव इनके मन है. इन्होंने पाकिस्तान बनवा दिया. सिखों का नरसंहार करवाया. 3 हजार से ज्यादा सिख मारे गए. राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी ने कहा था, बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है.

अब कांग्रेस जातिगत जनगणना करवा कर देश की जनता को फिर से लड़वाना चाहती है. राहुल गांधी ने तो बांटने में पीएचडी कर रही है. इन्हें बंटवारे की दुकान बंद कर दें.

डीकेएम/केआर