नई दिल्ली, 30 नवंबर . दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर इन दिनों सियासी सरगर्मियां तेज हैं. दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार राज्य में चुनावों से पहले अपनी शिक्षा नीति का ढिंढोरा चारों तरफ पीट रही है. इसके विपरीत भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को दिल्ली के बवाना के दरियापुर में एक सरकारी स्कूल में आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ रैली करते हुए धरना दिया.
इस रैली में पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता सहित पदाधिकारी, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और रोहिणी से भाजपा के विधायक विजेंद्र गुप्ता, सांसद योगेंद्र चांदोलिया मौजूद रहे. इस दौरान विजेंद्र गुप्ता और सांसद योगेंद्र चांदोलिया ने आप सरकार और केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा.
इस मौके पर विजेंद्र गुप्ता ने से बात करते हुए कहा, “दिल्ली सरकार की झूठी शिक्षा की पोल खोल अभियान की शुरुआत हमने बवाना गांव से की है. हम लोगों को बता रहे हैं कि यह लोगों को धोखा दे रहे हैं. यह हर साल शिक्षा के नाम पर 17 हजार करोड़ की लूट कर रहे हैं. इसका परिणाम यह है कि पिछले 2 साल में 9वीं और 11वीं में 3 लाख बच्चे फेल किए गए हैं. दिल्ली सरकार ने 29 प्रतिभा विकास विद्यालय बंद कर दिए. इसके अलावा बवाना के इस स्कूल, जिसमें हम यह रैली कर रहे हैं, इसका उद्घाटन जून 2023 में अरविंद केजरीवाल ने खुद किया था.”
उन्होंने कहा, “इस स्कूल में दो साल में एक भी बच्चे ने दाखिला नहीं लिया है. न कोई स्टाफ है, न प्रिंसिपल हैं. सारे कमरे बंद हैं. इस स्कूल में वीरानी छाई हुई है. यहां एकदम सन्नाटा है. स्कूल के इसी परिसर में केजरीवाल सरकार ने तीन बिल्डिंग बनाई थीं, वे तीनों खाली पड़ी हैं. मैं आप सरकार को चैलेंज देता हूं कि इन मुद्दों पर चर्चा कराएं, मैं इस शिक्षा क्रांति की पोल खोलूंगा.”
सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने कहा, “अरविंद केजरीवाल दिल्ली में शिक्षा मॉडल की बात करते हैं. इस परिसर में तीन स्कूल बने हुए हैं. इसमें पढ़ने वाले बच्चे ही नहीं हैं. यहां लोग अपने बच्चों को दाखिला ही नहीं दिलवाना चाहते हैं.”
उन्होंने कहा, “लोग दिल्ली के शिक्षा मॉडल से परेशान हो गए हैं. इन स्कूलों पर करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी लोग अपने बच्चों को इसमें दाखिला नहीं दिलवा रहे हैं. लोगों का कहना है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने 29 प्रतिभा स्कूलों को बंद कर दिया. कोई बच्चा दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ना नहीं चाहता. यहां भ्रष्टाचार है. मैं सीएम आतिशी को आपके माध्यम से कहना चाहता हूं कि वह मेरे मंच पर आकर अपना शिक्षा मॉडल मुझे समझा दें, तो मैं इस मॉडल को मान लूंगा.”
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पीएसएम/