लखनऊ, 12 मई . भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने लखनऊ पूर्व विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए अपना अभियान तेज कर दिया है. लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के दौरान 20 मई को यहां मतदान होगा.
पूर्व सांसद स्वर्गीय लालजी टंडन के बेटे आशुतोष टंडन के निधन के बाद लखनऊ पूर्व सीट खाली हो गई थी.
बीजेपी ने पहली बार इस सीट पर 1991 में जीत हासिल की थी जब भगवती प्रसाद शुक्ला विधानसभा चुनाव जीते थे, तब से अब तक इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है.
भाजपा ने इस बार ओपी श्रीवास्तव को मैदान में उतारा है, जो वर्तमान में प्रदेश कार्यसमिति में हैं. वो पहले अवध क्षेत्र में कोषाध्यक्ष के रूप में काम कर चुके हैं.
श्रीवास्तव ने कहा, ”हर कोई जानता है कि चुनाव प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए है और मैं सिर्फ एक उम्मीदवार हूं. भाजपा के लिए इस विधानसभा क्षेत्र में पकड़ बनाए रखने की एक परीक्षा है. यहां हमने पारंपरिक रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है.”
श्रीवास्तव ने आगे कहा: “भाजपा ने यहां इतने विकास कार्य किए हैं जो पहले किसी दूसरी सरकार में नहीं हुए. बड़े फ्लाईओवरों के निर्माण से लेकर नालों के निर्माण तक, सभी प्रमुख परियोजनाएं भाजपा शासन के दौरान पूरी हुईं. आउटर रिंग रोड अब पूरा हो गया है और कनेक्टिविटी कोई समस्या नहीं है. भाजपा ने लोगों को दिखाया है कि विकास कैसे किया जाता है.”
इस सीट के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार मुकेश सिंह चौहान हैं, जो तीन बार के पार्षद हैं. वो यहां के लोगों से अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं.
चौहान ने कहा, “मैं ज़मीनी स्तर पर काम कर रहा हूं, घर-घर जाकर अभियान चलाकर हर मतदाता से मिल रहा हूं. मेरा अभियान ज़मीन पर चल रहा है, जबकि भाजपा का उम्मीदवार हवा में है. मैं इंदिरा नगर, गोमती नगर, विकास नगर और अन्य क्षेत्रों में मतदाताओं से मिला हूं, हर कोई बदलाव चाहता है.”
चौहान अपने पार्षद के रूप में अपने काम और गठबंधन के नेताओं के अभियान पर भरोसा कर रहे हैं.
इस बीच, भाजपा के ओ पी श्रीवास्तव को भरोसा है कि मोदी का जादू और योगी का करिश्मा उन्हें जीत दिलाएगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उनके लिए प्रचार किया है.
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