पटना, 2 अगस्त . बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं राजद विधायक तेजस्वी यादव ने मतदाता सूची में उनका नाम नहीं होने का दावा किया, जिसके बाद से राजनीतिक बयानबाजी तेज है. भाजपा ने उन पर झूठ बोलकर जनता के बीच भ्रम फैलाने का आरोप लगाया.
बिहार के उपChief Minister विजय कुमार सिन्हा ने से कहा, “जैसा पिता वैसा पुत्र. वे लोग झूठ बोलने की ठेकेदारी लिए हुए हैं. वे एक तरफ संविधान की किताब लेकर चलेंगे, दूसरी ओर संवैधानिक संस्था को अपमानित करके झूठ और भय का वातावरण बनाएंगे. वे सिर्फ झूठ बोलकर जनता के बीच भ्रम फैला ले रहे हैं. ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए. वे डरे हुए हैं कि जहां से चुनाव लड़ेंगे, उसमें हार का सामना करना पड़ेगा.”
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, “तेजस्वी यादव जान चुके हैं कि वो चुनाव में जीतने वाले नहीं हैं. इसलिए वो चुनाव आयोग को लेकर भ्रम पैदा कर रहे हैं. पहले भी एसआईआर मुद्दे पर उन्होंने भ्रम पैदा किया और आज भी यही कर रहे हैं और कह रहे हैं कि चुनाव आयोग की लिस्ट में उनका नाम नहीं है. चुनाव आयोग ने उनके बैलून की हवा निकाल दी और दिखा दिया कि उनका नाम लिस्ट में है. इससे पहले राहुल गांधी जिस एटम बम की बात कर रहे थे, क्या यही राहुल गांधी का एटम बम था, जिसे तेजस्वी यादव ने बोला? तेजस्वी यादव विपक्ष के नेता हैं और उन्हें चुनाव आयोग के खिलाफ ऐसी बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने जो कहा, वो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.”
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने भी पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव की आलोचना की. उन्होंने कहा, “मतदाता सूची में तेजस्वी और उनकी पत्नी का नाम है. वो चुनाव आयोग को बदनाम करने के लिए ऐसा झूठ बोल रहे हैं. उनका झूठ सभी के सामने है. वो क्या चाहते हैं कि लगभग 20 लाख जिनकी मृत्यु हुई है, वो वोट दें? अगर उनमें हिम्मत है तो मैदान में आएं, लेकिन उनका नाम सिर्फ छलावा और बूथ लूटने का है. इसे न बिहार बर्दाश्त करेगा और न ही देश.”
भाजपा नेता नितिन नबीन ने कहा, “तेजस्वी यादव और राहुल गांधी वोट चोरी के जो आरोप लगाते थे, आज वो खुद चोर मचाए शोर की कहावत को सिद्ध कर रहे हैं. चुनाव आयोग की वेबसाइट में तेजस्वी यादव का पूरा नाम है. कहीं न कहीं उन्होंने तथ्य छुपाने का प्रयास किया और वो पूरी तरह से बेनकाब हुए. राहुल गांधी ने जिस एटम बम की बात की थी, वो कहीं और नहीं, बल्कि विपक्षी महागठबंधन के घर पर ही गिरा है. चोर कोई और नहीं, बल्कि राहुल गांधी के शार्गिद खुद तेजस्वी यादव हैं.”
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एससीएच/एबीएम