कोलकाता, 10 जुलाई . पश्चिम बंगाल में उपचुनाव के बीच हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं. टीएमसी पर आरोप है कि उसने बीजेपी कार्यकर्ता के घर पर हमला कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया, लेकिन टीएमसी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.
बीजेपी के पोलिंग बूथ एजेंट रंजीत मंडल ने आरोप लगाया, “बुधवार सुबह टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनके घर पर हमला कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया. टीएमसी मुझे इसलिए डराने की कोशिश कर रही है, क्योंकि बीजेपी के लिए काम करता हूं, लेकिन मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि मैं इस तरह की गीदड़ भभकी से डरने वाला नहीं हूं. मैंने अब इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से की है. मुझे पूरी उम्मीद है कि आगामी दिनों में टीएमसी के इन गुंडों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.”
बीजेपी नेता ने आरोप लगाया, “बुधवार सुबह टीएमसी के 30 से 35 गुंडों ने अपना चेहरा ढक कर राणाघाट-दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र के पायराडांगा क्षेत्र में अमल विश्वास और गोलक मंडल के घर पर हमला किया. उपचुनाव के बीच मतदाताओं को भयभीत करने के मकसद से इस तरह के हमले किए जा रहे हैं. टीएमसी लोगों के बीच में भय का माहौल पैदा कर चुनाव जीतना चाहती है, लेकिन हम इस तरह के हमले से डरने वाले नहीं हैं. ये लोग लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं, मगर हम ऐसा नहीं होने देंगे.“
पुलिस ने कहा कि अब तक इस मामले में 26 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसके अलावा, मामले की जांच जारी है.
टीएमसी के राणाघाट-दक्षिण के उम्मीदवार मुकुट मणि अधिकारी ने कहा, “बुधवार रात को हिंसात्मक घटना घटी है, लेकिन मैं एक बात स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि इसमें टीएमसी शामिल नहीं है. मैंने पूरे विधानसभा क्षेत्र में प्रचार किया, लेकिन मुझे अभी तक हिंसा से जुड़ी कोई खबर नहीं मिली है.“
बीजेपी नेता मानस कुमार घोष ने आरोप लगाया कि टीएमसी उपचुनाव के बीच हिंसात्मक माहौल पैदा करना चाहती है, जो कि उचित नहीं है. घोष ने पत्रकारों से कहा, “शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव हो रहे हैं. हम नहीं चाहते कि किसी भी मतदाता को कोई परेशानी हो.”
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