भुवनेश्वर, 14 जनवरी . ओडिशा की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) ने प्रदेश में कथित तौर पर खराब कानून व्यवस्था को लेकर मोहन माझी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार पर निशाना साधा.
बीजद ने ओडिशा में भाजपा सरकार पर कानून व्यवस्था को बनाए रखने में विफल होने का आरोप लगाया. शंख भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, बीजद के पूर्व विधायक प्रशांत मुदुली और बीजद मीडिया सेल प्रमुख लेनिन मोहंती ने शासन की कथित असफलताओं को दर्शाने वाली घटनाओं की ओर इशारा किया.
उन्होंने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के कटक टांगी क्षेत्र के दौरे के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई और सलीपुर विधानसभा क्षेत्र के नेमाला में भाजपा विधायक शारदा प्रधान द्वारा पार्टी कार्यकर्ताओं पर कथित रूप से राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन की मौजूदगी में किए गए हमले को उजागर किया.
लेनिन मोहंती ने से बात करते हुए दावा किया, “विधायक ने ऐसा व्यवहार किया जैसे वे कानून से ऊपर हों. “मोहंती ने यह भी आरोप लगाया, “एक दिन पहले ही केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की बैठक से ठीक पहले दो समूहों के बीच झड़प हुई थी. धर्मेंद्र प्रधान धारा 307 के आरोपियों के घर गए थे, इससे साबित होता है कि इस सरकार को आम लोगों की कोई चिंता नहीं है. पीड़ित महिलाओं की संख्या 1,300 से अधिक है. आदिवासियों पर और भुवनेश्वर में हो रहे मामले सभी को हैरान करते हैं.”
उन्होंने कहा, “जिस दिन पीएम मोदी राज्य के दौरे पर आए, उसी दिन शहर के बीच एक हत्या हो गई. यह सब साबित करता है कि कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. मोहन माझी सरकार कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने में असमर्थ रही है. शेखी बघारने के अलावा, वे ज्यादातर मामलों में विफल रहे हैं. इसलिए हम उनसे इन मुद्दों को सुधारने का आग्रह करते हैं, अन्यथा जनता उन्हें वह रास्ता दिखाएगी, जिसके वे हकदार हैं.”
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