बिहारशरीफ : जीवन ज्योति बीमा योजना निशा के लिए बनी वरदान, दुख की घड़ी में मिला आर्थिक संबल

बिहारशरीफ, 27 जून . बिहारशरीफ के दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की तकिया कलां शाखा ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत भट्ट बिगहा गांव की निशा कुमारी को दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की. यह राशि निशा की मां शीला देवी के निधन के बाद दी गई, जिनका देहांत इसी साल 5 जनवरी को हुआ था.

शीला देवी ने मृत्यु से पहले इस योजना के तहत अपना पंजीकरण कराया था, जिसका लाभ आज उनके परिवार को मिला. निशा कुमारी ने भावुक होकर बताया कि मां के निधन के बाद जब वह उनकी बैंक डिटेल्स लेकर तकिया कलां शाखा पहुंची, तब उन्हें पता चला कि उनकी मां ने मात्र 436 रुपए के सालाना प्रीमियम वाली इस बीमा योजना में पंजीकरण कराया था. बैंक ने प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया और कुछ ही दिनों में हमारे खाते में दो लाख रुपए आ गए.

निशा ने बताया कि उनकी मां ने जीविका समूह से 35 हजार रुपए का कर्ज लिया था, जिसे चुकाने में यह राशि बहुत मददगार साबित हुई. उन्होंने कहा, “मां तो चली गईं, लेकिन इस योजना ने हमें बेसहारा होने से बचा लिया. इस पैसे से मैं कर्ज चुका सकी और अब अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दे पाऊंगी.”

निशा ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा, “ऐसी मुसीबत किसी पर न आए, लेकिन यह योजना गरीबों के लिए वरदान है. सरकार को इसे जारी रखना चाहिए.”

उनकी आंखों में दुख के साथ-साथ भविष्य के प्रति उम्मीद की चमक साफ दिख रही थी. निशा ने कहा कि यह राशि उनके परिवार के लिए एक नई शुरुआत का आधार बनेगी.

वहीं, तकिया कलां शाखा के प्रबंधक आशीष रंजन ने बताया कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना 18 से 50 वर्ष की आयु के लोगों के लिए है. इस योजना में मात्र 436 रुपए के सालाना प्रीमियम पर किसी भी कारण से मृत्यु होने पर नामांकित व्यक्ति (नॉमिनी) को दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है. इसके लिए लाभार्थी का बैंक खाता होना और एक साधारण फॉर्म भरना आवश्यक है. दावा प्रक्रिया पूरी होने के बाद चार-पांच दिन के भीतर राशि सीधे लाभार्थी के खाते में स्थानांतरित कर दी जाती है.

आशीष ने बताया कि उनकी शाखा ने इस वित्तीय वर्ष में दो लाभार्थियों को इस योजना का लाभ पहुंचाया है.

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की यह योजना न केवल आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को अप्रत्याशित परिस्थितियों में संबल देती है. निशा जैसे लाभार्थियों की कहानियां इस योजना की सार्थकता को दिखाती हैं. केंद्र सरकार की इस पहल ने निशा जैसे कई परिवारों को नई उम्मीद दी है, जिससे वे अपने भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में कदम बढ़ा सकें.

एकेएस/एकेजे