भागलपुर, 24 फरवरी . रेत कलाकार मधुरेंद्र कुमार ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भागलपुर दौरे को लेकर उनके स्वागत में रेत से कलाकृति बनाई है. इसकी ऊंचाई 20 फीट है. 50 टन रेत का इस्तेमाल करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह कलाकृति बनाई गई है. इसमें प्रधानमंत्री मोदी की विस्तृत छवि, राज्य की सांस्कृतिक विरासत और ‘भागलपुर में आपका स्वागत है’ संदेश अंकित है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर भागलपुर पहुंचेंगे, जहां वह पीएम किसान योजना की 19वीं किस्त जारी करेंगे, जिसके तहत 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को 21,500 करोड़ रुपये से ज्यादा की वित्तीय सहायता मिलेगी.
प्रधानमंत्री मोदी का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसानों को उनकी फसल का सही और बेहतर मूल्य मिले. इसके लिए, 29 फरवरी 2020 को उन्होंने 10,000 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के गठन और विकास के लिए एक योजना शुरू की, जो किसानों को उनके उत्पादों का उत्पादन और विपणन करने में मदद करती है. पांच साल के भीतर इस योजना के तहत 10,000 एफपीओ बन चुके हैं.
प्रधानमंत्री मोदी मोतिहारी में राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत स्वदेशी नस्लों के लिए बनाए गए उत्कृष्टता केंद्र का भी उद्घाटन करेंगे. यहां पर उन्नत आईवीएफ तकनीक का उपयोग होगा, जिससे स्वदेशी नस्लों का विकास होगा और किसानों को इन तकनीकों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा.
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी बरौनी में दुग्ध उत्पाद संयंत्र का उद्घाटन करेंगे, जिसका उद्देश्य 3 लाख दुग्ध उत्पादकों को एक संगठित बाजार प्रदान करना है.
प्रधानमंत्री मोदी कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए 526 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से वारिसलीगंज-नवादा-तिलैया रेल खंड का दोहरीकरण और इस्माइलपुर-रफीगंज रोड ओवर ब्रिज का उद्घाटन भी करेंगे.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी 1 बजकर 25 मिनट पर चूनापुर हवाई अड्डा पूर्णिया उतरेंगे. 1 बजकर 30 मिनट पर भागलपुर के लिए प्रस्थान करेंगे. 2 बजकर 5 मिनट पर भागलपुर हवाई अड्डे पर आगमन होगा. 2 बजकर 17 मिनट पर भाषण शुरू होगा. 3 बजकर 15 मिनट पर किसान सम्मान निधि की राशि डीबीटी के माध्यम से किसानों के खाते में ट्रांसफर करेंगे. 3 बजकर 25 मिनट पर भागलपुर से प्रस्थान कर जाएंगे.
वहीं, सभा स्थल पर 450 मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं. 4,000 जवानों को तैनात किया गया है. इसके अलावा, 800 महिला कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है. 13 जगहों पर कंट्रोल रूम बनाया गया है. बिहार के 12 जिलों से किसान पहुंच रहे हैं. किसान कंट्रोल रूम भी कार्यरत है.
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एसएचके/एएस