बिहार को ऐसा पैकेज कभी नहीं मिला : भाजपा नेता आरसीपी सिंह

बेगूसराय, 25 जुलाई . पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता आरसीपी सिंह ने बजट को लेकर विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष के पास छाती पीटने के अलावा कोई काम नहीं बचा है.

उन्होंने कहा कि जब भी विपक्ष सत्ता में रहा है, तब बिहार में निवेश के लिए बजट 2024 जैसा प्रावधान नहीं किया गया था. केंद्र सरकार ने करीब 70 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. बिहार को इस तरह का समर्थन मिलने से विपक्ष परेशान है. 2047 तक भारत को दुनिया का विकसित देश बनाने के लिए बिहार का भी विकास जरूरी है.

आरसीपी सिंह ने कहा, पहले विपक्ष रोता था कि बिहार बहुत पिछड़ा राज्य है. आज जब प्रधानमंत्री ने बिहार के विकास के लिए विशेष फंड दिया है तो ये लोग विरोध कर रहे हैं. बिहार के साथ-साथ सभी राज्यों को फंड मिला है. 2004 से 2014 तक मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे और हमने 2012 में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए अभियान चलाया था. क्या उस समय बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिला? विपक्ष को खुद पर ग्लानि होनी चाहिए.

वहीं, बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने बुधवार को आरोप लगाया था कि केंद्रीय बजट में स्पेशल पैकेज देने के नाम पर बिहार के लोगों को गुमराह करने की कोशिश हो रही है. अधिकांश पुरानी योजनाओं को रिपैकेजिंग कर लगभग 58 हजार करोड़ का स्पेशल पैकेज दिखाया गया है.

राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन और मृत्युंजय तिवारी ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि हकीकत तो यह है कि बिहार के एनडीए सांसदों की तुलना में कम सांसदों वाली तेलगु देशम पार्टी स्पेशल पैकेज के रूप में आंध्र प्रदेश के लिए बिहार से ज्यादा राशि और कई नई योजनाएं लेने में कामयाब रही. जबकि, बिहार को पुरानी योजनाओं को ही पैकेज का हिस्सा बताकर बड़ी राशि दिखा दी गई.

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने के लिए विशेष रूप से आग्रह किया गया था. बजट के विशेष पैकेज में उसकी भी चर्चा नहीं है और मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि उनकी सारी मांगें मान ली गई. राजद प्रवक्ताओं ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार की जनता के साथ जिस प्रकार से वादाखिलाफी की है, बिहार की जनता उसे माफ नहीं करेगी.

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