बिहार सरकार ने नियोजित शिक्षकों की मांग मानी, राज्यकर्मी का दर्जा पाने के लिए होगी ऑफलाइन परीक्षा

पटना, 15 फरवरी . बिहार सरकार ने गुरुवार को नियोजित शिक्षकों की बड़ी मांग मान ली. नियोजित शिक्षकों की राज्यकर्मी का दर्जा पाने के लिए ऑफलाइन लिखित परीक्षा होगी.

बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा पाने के लिए सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण करना है. अभी तक इसके लिए तीन ऑनलाइन परीक्षा का प्रावधान है. शिक्षकों की तरफ से लगातार मांग की जा रही थी कि ऑनलाइन परीक्षाओं के साथ ऑफलाइन (लिखित) परीक्षा हो, अन्यथा पुराने शिक्षकों को कठिनाई होगी.

शिक्षा मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इनकी परेशानी को देखते हुए दो बार ऑफलाइन (लिखित) सक्षमता परीक्षा भी आयोजित करने का निर्णय लिया है.

चौधरी ने शिक्षकों से अपील किया है कि वे धैर्य रखें और किसी बहकावे में नहीं आएं. कुछ लोग अपना हित साधने के लिए उन्हें उकसा सकते हैं. सरकार उनके हितों का ख्याल रखेगी. हाल के दिनों में शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार हुआ है तथा सुदूर इलाके के विद्यालय भी पूरे समय तक चलते हैं. इससे सरकारी शिक्षा व्यवस्था में बिहारवासियों का भरोसा बढ़ा है. इसे बरकरार रखने की जरूरत है.

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 3.50 लाख से अधिक नियोजित शिक्षक हैं, जो कई दिनों से आंदोलनरत हैं.

एमएनपी/एबीएम