![]()
खगड़िया, 26 अक्टूबर . बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज होने के साथ ही खगड़िया जिले का परबत्ता विधानसभा क्षेत्र चर्चा में है. हाल के वर्षों में इस सीट पर हार-जीत में करीबी अंतर देखने को मिला. जदयू, राजद और लोजपा के बीच करीबी मुकाबला देखा गया था, लेकिन इस बार एनडीए की मजबूती के कारण विपक्ष को ज्यादा मेहनत की आवश्यकता है.
परबत्ता की भौगोलिक स्थिति पर ध्यान दें तो गंगा नदी से मात्र पांच किलोमीटर दूर बसा यह क्षेत्र अपनी उपजाऊ भूमि के कारण कृषि-आधारित अर्थव्यवस्था का केंद्र है. प्राचीन काल में गंगा व्यापार मार्ग के रूप में महत्वपूर्ण थी, जिसने परबत्ता को समृद्ध बनाया. इसके निकटवर्ती शहरों में खगड़िया (37 किमी पश्चिम), मुंगेर (40 किमी दक्षिण-पश्चिम), भागलपुर (50 किमी पूर्व), बेगूसराय (60 किमी उत्तर-पश्चिम), और Patna (170 किमी पश्चिम) शामिल हैं.
2008 के परिसीमन के बाद, परबत्ता विधानसभा क्षेत्र में परबत्ता प्रखंड, गोगरी प्रखंड की रतन, गोगरी-जमालपुर नगर क्षेत्र, जमालपुर उत्तर, जमालपुर दक्षिण, रामपुर, मुस्कीपुर, पसाहा, बसुदेओपुर, इतहरी, शेरचकला, पैकांत, देवथा, गौछारी और मदारपुर पंचायतें शामिल हुईं. यह खगड़िया Lok Sabha क्षेत्र का हिस्सा और सामान्य (गैर-आरक्षित) सीट है.
Political इतिहास पर नजर डालें तो 1951 में स्थापित परबत्ता ने अब तक 19 विधायक चुने हैं, जिसमें 2004 का उपचुनाव शामिल है. कांग्रेस ने यह सीट सात बार जीती, आखिरी बार 1985 में, जो उसका स्वर्णिम दौर था. जदयू ने पांच बार, राजद और जनता दल ने दो-दो बार, जबकि Samajwadi Party, संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी और निर्दलीय ने एक-एक बार जीत दर्ज की.
हाल के वर्षों में यह सीट नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव के बीच सत्ता संघर्ष का केंद्र रही है. राजद ने 2000 में पहली जीत हासिल की, लेकिन जदयू ने 2005, 2015 और 2020 में कब्जा जमाया. 2010 में राजद ने 808 वोटों के मामूली अंतर से जीत हासिल की थी.
2020 का चुनाव बेहद रोमांचक रहा, जब चिराग पासवान की लोजपा ने जदयू को हराने के लिए उम्मीदवार उतारा, जिससे मुकाबला कांटे का हो गया. जदयू उम्मीदवार मात्र 951 वोटों से जीता. 2024 के Lok Sabha चुनाव में जदयू और लोजपा (रामविलास) के गठबंधन ने परबत्ता में 33,193 वोटों की बढ़त हासिल की, जिससे एनडीए की स्थिति मजबूत हुई.
चुनाव आयोग के 2024 आंकड़ों के मुताबिक, परबत्ता की कुल आबादी 5,41,929 है, जिसमें 2,82,089 पुरुष और 2,59,840 महिलाएं हैं. कुल मतदाता 3,22,082 हैं, जिनमें 1,70,385 पुरुष, 1,51,688 महिलाएं और 9 थर्ड जेंडर हैं.
2010 में 58.12 प्रतिशत, 2015 में 60.45 प्रतिशत और 2020 में 57.89 प्रतिशत मतदान हुआ. कृषि, बाढ़ और बेरोजगारी जैसे मुद्दे यहां के मतदाताओं को प्रभावित करते हैं.
–
एससीएच/एबीएम