बिहार चुनाव 2025 : विकास से कोसों दूर है चेनारी, क्या हालात बदलने के लिए जनता होगी ‘हेलीकॉप्टर’ पर सवार

New Delhi, 30 अक्टूबर . बिहार के रोहतास जिले में स्थित चेनारी विधानसभा सीट उन प्रमुख सीटों में से एक है, जो जदयू ने एनडीए गठबंधन के तहत लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को सौंप दी है.

इस बार यहां मुकाबला कांग्रेस और लोजपा (रामविलास) के उम्मीदवारों के बीच है. अब देखना यह है कि स्थानीय जनता इस चुनाव में ‘हेलिकॉप्टर’ (लोजपा का चुनाव चिह्न) पर सवार होगी या ‘हाथ’ (कांग्रेस का चुनाव चिह्न) का साथ देगी.

इस सीट पर इस बार लोजपा (रामविलास) की ओर से मुरारी प्रसाद गौतम चुनावी मैदान है. गौतम वर्तमान में यहां से विधायक हैं. वह साल 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े और जीते. उन्होंने जदयू के उम्मीदवार को मात दी थी, लेकिन कांग्रेस से उन्होंने इस्तीफा दे दिया. इस चुनाव में वे एनडीए में शामिल चिराग पासवान की पार्टी से चुनावी मैदान में हैं.

वहीं, कांग्रेस ने क्षेत्र के वरिष्ठ नेता मंगल राम को टिकट दिया है. इसके अलावा यहां से आम आदमी पार्टी और अन्य क्षेत्रीय पार्टियों ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं. हालांकि, लोजपा (रामविलास) और कांग्रेस के उम्मीदवार में सीधे तौर पर चुनौती है. चेनारी विधानसभा में कुल 315790 मतदाता हैं. इनमें पुरुष मतदाता 164324, महिला मतदाता 151460 और थर्ड जेंडर के 6 है.

चेनारी विधानसभा में रहने वाले लोगों के अनुसार, यहां विकास कोसों दूर है. किसान खेतों तक पानी न पहुंचने से परेशान हैं, जिससे फसलें सूख जाती हैं. यहां के युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाना पड़ता है, जिससे उनके परिवार पर आर्थिक बोझ पड़ता है.

बरसात के दिनों में जलभराव की समस्या से जूझना पड़ता है. काफी समय तक जलभराव रहने से क्षेत्र में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी घातक बीमारी फैलने की संभावना बनी रहती है. बिजली की आपूर्ति घंटों तक बाधित रहती है. टूटी सड़कों को आज भी मरम्मत की दरकार है.

हालांकि, Government की ओर से चलाई जा रही योजनाओं से किसानों को कुछ राहत मिली है. इनमें पीएम मोदी की किसान सम्मान निधि योजना और हाल ही में Chief Minister महिला रोजगार योजना का लाभ यहां पर मिला है.

डीकेएम/वीसी