Patna, 19 अक्टूबर . बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में छह नवम्बर को 18 जिलों के 121 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले मतदान के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया Friday को समाप्त हो गई. लेकिन विपक्षी दलों के महागठबंधन में अब तक सीटों को लेकर अंतिम फैसला नहीं हो सका है. ऐसी स्थिति में कुछ सीटों में दोस्ताना संघर्ष की उम्मीद बढ़ गई है.
महागठबंधन में शामिल दल कई ऐसी सीटें हैं, जहां से अपने-अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं. इधर, Jharkhand मुक्ति मोर्चा ने भी अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की है तथा छह सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. वैसे, गठबंधन के नेताओं का कहना है कि अभी भी कुछ सीटों को लेकर बातचीत चल रही है.
दूसरे चरण के चुनाव के लिए आज से नामांकन भरने की प्रक्रिया तेज हो गई है. अब नामांकन भरने के कुछ दिन शेष बचे हैं, लेकिन महागठबंधन में शामिल सबसे प्रमुख दल राजद ने अब तक उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है. दीगर बात है कि टिकट बांटे जा रहे हैं. उम्मीदवारों द्वारा नामांकन भी भरे जा रहे हैं. लालगंज से राजद और कांग्रेस के उम्मीदवार मैदान में नजर आ रहे हैं तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के विरुद्ध भी कुटुंबा से राजद ने सुरेश पासवान को अपना प्रत्याशी बनाकर भेज दिया है.
सिकंदरा में भी राजद और कांग्रेस के उम्मीदवारों को लेकर पेंच फंस गया है जबकि वारसलीगंज में राजद ने अनिता देवी को और कांग्रेस ने सतीश कुमार सिंह को सिंबल दे दिया है.
बताया जा रहा है कि करीब दस ऐसी सीटें हैं, जहां अब तक महागठबंधन के दलों के बीच गांठ अब तक नहीं खुली है. महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, विकासशील इंसान पार्टी और वामपंथी दल शामिल हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा. मतगणना 14 नवंबर को होगी.
इस बीच, राजद ने हालांकि अपने social media के जरिए यह कहा है कि कुछ लोग राष्ट्रीय जनता दल इस सीट पर भी और इस सीट पर भी उम्मीदवार दे रहा है या फलाने की सीट पर भी उम्मीदवार दे रहा है. इस तरह की खबरें सच्चाई से मीलों दूर हैं. इस चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेतृत्व वाले एनडीए और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच माना जा रहा है. हालांकि कई अन्य पार्टियां भी चुनावी मैदान में उतरी हैं.
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एमएनपी/एकेएस