लखनऊ, 8 मई . उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है. इसी कड़ी में ब्लड टेस्ट की ऑनलाइन रिपोर्ट देने की पहल की गई है.
प्रदेश के 75 सरकारी अस्पतालों में मरीजों को इस सुविधा का लाभ मिलना शुरू हो चुका है. अभी तक रोगियों को जांच रिपोर्ट लेने के लिए भी अस्पताल जाना पड़ता था. अब मोबाइल पर पुष्टि हो जाएगी और वे जांच रिपोर्ट लेकर डाक्टर को भी एक दिन में दिखा सकेंगे.
विभागीय आंकड़ों के मुताबिक लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल, लोकबंधु, सिविल अस्पताल, झलकारी बाई, रानी लक्ष्मी बाई अस्पताल, ठाकुरगंज जिला अस्पताल और राम सागर मिश्रा अस्पताल में मरीजों को ऑनलाइन जांच रिपोर्ट दी जा रही है. इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश के 30 सरकारी अस्पतालों, सेंट्रल यूपी के सात और पश्चिमी यूपी के 31 सरकारी अस्पतालों में यह सुविधा शुरू हो चुकी है.
पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रयागराज और वाराणसी के चार-चार अस्पताल, अयोध्या और बस्ती के तीन-तीन, बलरामपुर, मऊ और बाराबंकी के दो-दो, आजमगढ़, बलिया, गोंडा, जौनपुर, कुशीनगर, भदोही, चंदौली, रायबरेली, संतकबीरनगर, श्रावस्ती और सीतापुर के एक-एक अस्पताल में ऑनलाइन जांच रिपोर्ट भेजने की शुरूआत हो चुकी है.
इसी तरह सेंट्रल यूपी में कानपुर और महोबा के दो-दो, उन्नाव, उरई और मैनपुरी के एक-एक अस्पताल में यह सुविधा काम कर रही है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद और रामपुर के तीन-तीन, बरेली, इटावा, आगरा, फर्रुखाबाद, हाथरस, मुजफ्फरनगर, ललितपुर, मुरादाबाद के दो-दो और सीतापुर, अमरोहा, बदायूं, बिजनौर, कन्नौज, पीलीभीत, बुलंदशहर, सहारनपुर, गौतमबुद्धनगर के एक-एक अस्पताल में मोबाइल पर रिपोर्ट भेजने की सुविधा मरीजों को मिल रही है.
इस संबंध में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा का कहना है सरकारी अस्पताल में लैब जांच की रिपोर्ट एसएमएस के जरिए मोबाइल पर उपलब्ध कराने की सुविधा से बहुत से मरीजों और उनके परिवारवालों को मदद मिलेगी. उनका समय बचेगा और दोबारा सिर्फ रिपोर्ट लेने के लिए अस्पताल में आकर लाइन में नहीं लगना पड़ेगा. अभी 75 ऐसे अस्पतालों में यह सुविधा प्रारंभ की गई है और हमारा प्रयास रहेगा की अन्य हॉस्पिटल में भी प्रारंभ की जाए.
जब भी आप सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए जाते हैं और डाक्टर कोई जांच लिखते हैं तो खून का नमूना देने के लिए सरकारी लैब जाते हैं. यहां जैसे ही आप नमूना देंगे, आपका नाम व मोबाइल नंबर पंजीकृत कर लिया जाएगा. जांच रिपोर्ट तैयार होने पर आपको रिपोर्ट तैयार होने का मैसेज और फिर रिपोर्ट का लिंक भेजा जाएगा, जिसे आप अपने मोबाइल पर डाउनलोड कर सकते हैं.
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विकेटी/एकेएस