बीजापुर, 2 फरवरी . छत्तीसगढ़ में बीजापुर पुलिस को रविवार को बड़ी सफलता मिली है. उसूर-आवापल्ली मुख्य मार्ग पर उसूर से 3 किलोमीटर की दूरी पर धान मंडी के पास सड़क पर माओवादियों द्वारा लगाए गए 25 किलो के आईईडी को बीडीएस टीम ने खोजकर नष्ट कर दिया. माओवादियों ने सड़क के बीचों-बीच प्लास्टिक के कंटेनर में आईईडी को रखा था.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, माओवादियों ने बड़े वाहनों को नुकसान पहुंचाने की नीयत से कमांड स्वीच सिस्टम से आईईडी को मुख्यमार्ग पर प्लास्टिक के कंटेनर में रखा था. आईईडी से आम जनता को नुकसान हो सकता था. सुरक्षाबलों को क्षति पहुचाने की नीयत से आम जनता की जान की परवाह किए बगैर इस प्रकार मुख्यमार्ग पर आईईडी प्लांट करना, माओवादियों की बौखलाहट को दर्शाता है. सुरक्षाबलों द्वारा माओवादियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि उनके नापाक मंसूबे कभी सफल नहीं होंगे.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का लगातार अभियान जारी है. बीजापुर में बीते शनिवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में आठ नक्सलियों को मार गिराया था. मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों ने इंसास राइफल, बीजीएल लॉन्चर सहित कई हथियार भी बरामद किए थे.
बीजापुर में थाना गंगालूर क्षेत्र में 31 जनवरी को डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा 202 एवं केंद्रीय रिजर्व पुलिस 222 वाहिनी की संयुक्त टीम को पश्चिम बस्तर डिवीजन के प्रतिबंधित नक्सली संगठन के नक्सलियों के मौजूद होने की गुप्त सूचना मिली थी. इसके बाद सुरक्षाबलों ने नक्सल विरोधी अभियान शुरू किया. अभियान के दौरान शनिवार सुबह करीब 8:30 बजे से कोरचोली-तोड़का के जंगलों में सुरक्षाबलों और और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई. काफी देर तक रुक-रुक कर फायरिंग जारी रही. मुठभेड़ में 8 नक्सलियों मारे गए थे.
–
एफजेड/