मुंबई, 19 अप्रैल . विदेशी मुद्रा एसेट्स में भारी गिरावट के कारण देश के विदेशी मुद्रा भंडार में तीन महीने से ज्यादा की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है.
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 12 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 5.401 अरब डॉलर घटकर 643.162 अरब डॉलर रह गया. यह इस साल 5 जनवरी के बाद यानी 14 सप्ताह की सबसे बड़ी गिरावट है.
इससे पहले 5 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में लगातार सातवें सप्ताह बढ़ता हुआ विदेशी मुद्रा भंडार 648.562 अरब डॉलर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था. सात सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 32.465 अरब डॉलर बढ़ा था.
दुनिया के विभिन्न हिस्सों में बढ़ते भू-राजनैतिक संघर्ष और तनावों के बीच दूसरे केंद्रीय बैंकों की तरह आरबीआई भी अपना स्वर्ण भंडार बढ़ा रहा है. आंकड़ों के अनुसार, 12 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में देश का सोने का भंडार 1.241 अरब डॉलर बढ़कर 55.798 अरब डॉलर हो गया जो इसका अब तक का उच्चतम स्तर है.
विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि से आरबीआई को रुपये के अस्थिर होने पर उसे स्थिर करने के लिए अधिक गुंजाइश मिलती है. वह रुपये को भारी गिरावट से बचाने के लिए अधिक डॉलर जारी कर हाजिर और वायदा मुद्रा बाजारों में हस्तक्षेप करता है.
इसके विपरीत, विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट से आरबीआई के पास रुपये को सहारा देने के लिए बाजार में हस्तक्षेप करने का कम विकल्प बचता है.
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एकेजे/