भूपेंद्र हुड्डा सरकार ने दलितों की आवाज को कुचला था : अनुराग ठाकुर

रतिया, 18 सितंबर . हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं. यहां पर साल 2014 से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार है. इससे पहले साल 2005 से 2014 तक यहां भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व की कांग्रेस की सरकार थी. भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने रतिया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान दलितों पर हुए अत्याचारों पर बात की.

अनुराग ठाकुर ने कहा कि हुड्डा परिवार दलित विरोधी है और वह एक दलित की बेटी कुमारी सैलजा का भी सम्मान नहीं करता है.

अनुराग ठाकुर ने कहा, “क्या हुड्डा और उनके समर्थक उनको अपनी बहन मानते हैं? क्या उनको अपना सांसद मानते हैं? क्या उनके मन में किसी बेटी के लिए या दलित महिला के लिए कोई सम्मान है? हुड्डा की सरकार में दलितों पर जो अत्याचार हुआ था वह कोई अभी तक नहीं भूला है. 19 अप्रैल 2010 मिर्चपुर की घटना को याद करें. दलित परिवारों की बस्ती में 18 परिवारों को जलाने का काम इसी सरकार में हुआ था. दलितों की आवाज कुचलने का काम हुआ था.”

अनुराग ठाकुर ने हरियाणा के पड़ोसी राज्य राजस्थान में दलितों की स्थिति पर बात की और बताया कि जहां पर कांग्रेस की सरकार होती है वहां पर दलितों के साथ खूब अत्याचार होते हैं.

अनुराग ठाकुर ने कहा, “आप राजस्थान की घटनाओं को उठाकर देखिए. दलितों की बेटियों के साथ अत्याचार, बलात्कार और उनकी हत्या अगर सबसे ज्यादा कहीं पर हुई तो राजस्थान में कांग्रेस की सरकार में हुई. हरियाणा में दलितों की बहुत खराब स्थिति थी. आज हरियाणा में आप दलितों के पास जाकर पूछें कि अपने 10 साल के कार्यकाल के दौरान भूपेंद्र हुड्डा ने दलितों के लिए क्या किया है? हुड्डा ने दलितों को न्याय नहीं दिलाया था.”

उल्लेखनीय है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने बुधवार को अपना संकल्प पत्र भी जारी कर दिया है. जिसका शीर्षक ‘सात वादे पक्के इरादे’ रखा गया है. इसमें रोजगार, महिलाओं, बुजुर्गों को आर्थिक मदद व किसानों के कल्याण पर विशेष ध्यान दिया गया है.

हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए पांच अक्टूबर को 90 सीटों पर मतदान किया जाएगा. इसके बाद मतगणना आठ अक्टूबर को होगी.

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