बीएचयू के छात्रों ने बजट पर जताई नाखुशी, कहा- छात्रों के लिए और भी अच्छा हो सकता था बजट

वाराणसी, 23 जुलाई . केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार सुबह 11 बजे संसद में मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश किय़ा. वित्त मंत्री सीतारमण ने लगातार सातवीं बार केंद्रीय बजट पेश किया. बजट पर देश की धार्मिक नगरी काशी के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों की मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली. हालांकि ज्यादातर छात्र शिक्षा क्षेत्र को ज्यादा महत्व नहीं मिलने से नाखुश हैं.

विश्वविद्यालय के अनुसंधान के छात्र विकास मिश्रा बजट पर नाखुशी जाहिर करते हुए कहते हैं कि “बजट में छात्रों के लिए कुछ भी विशेष नहीं है. हालांकि कुछ चीजें अच्छी रही हैं. छात्रों को लोन देने का प्रस्ताव सबसे अच्छा प्रस्ताव रहा. दूसरी सबसे अच्छी चीज आईआईटी के लड़कों को देश की टॉप 10 कंपनियों में ट्रेनिंग का प्रस्ताव भी अच्छा रहा. इसके अलावा बेरोजगार छात्रों को पांच हजार रुपये भत्ता देने के प्रस्ताव पर मैं उन्हें बहुत बधाई देता हूं.

अनुसंधान के ही छात्र रामाशीष मिश्रा कहते हैं, “छात्रों को इस बजट से बहुत उम्मीदें थींं, लेकिन उसके अनुरूप छात्रों को इस बजट में कुछ नहीं मिला.“

कैंपस की ही एक छात्रा बजट पर खुशी जताते हुए कहती है, “बजट अच्छा है, खासकर महिलाओं के लिए इसमें कई प्रावधान किए गए हैं. देश के विकास में महिलाओं काेे भागीदार बनाया गया है.“

बता दें कि केंद्रीय बजट में निर्मला सीतारमण ने 2024-25 में हर साल 25 हजार छात्रों की मदद के लिए मॉडल कौशल ऋण योजना में संशोधन का प्रस्ताव किया है.

साथ ही देश के युवाओं के लिए बजट में वित्त मंत्री ने जो ऐलान किया है, उसके अनुसार रोजगार व कौशल प्रशिक्षण से जुड़ी पांच योजनाओं के लिए दो लाख करोड़ रुपए की राशि रखी गई है. इसमें 500 टॉप कंपनियों में पांच करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप देने का प्रावधान भी है.

इसके अलावा पहली जॉब ज्‍वाइन करने वाले युवाओं के लिए 15 हजार की तीन किश्‍त सीधे उनके ईपीएफओ खाते में डाला जाएगा. बजट भाषण में वित्त मंत्री ने बताया कि पहली नौकरी वालों के लिए एक लाख रुपए से कम सैलेरी होने पर ईपीएफओ में पहली बार रजिस्टर होने पर 15 हजार रुपए की मदद तीन किश्तों में मिलेगी.

वहीं महिलाओं और लड़कियों को लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं के लिए तीन लाख करोड़ रुपये की राशि का प्रस्ताव दिया गया है. साथ ही पूर्वोत्तर क्षेत्र में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की 100 से अधिक शाखाएं स्थापित की जाएंगी.

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