भिवानी छात्रा सुसाइड केस : मंत्री कृष्ण बेदी ने छात्रा के परिजनों से की मुलाकात, दिया न्याय का भरोसा

भिवानी, 3 जनवरी . हरियाणा के मंत्री कृष्ण बेदी ने हाल ही में एक छात्रा के बहुचर्चित सुसाइड मामले में पीड़ित परिवार से मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ जिला उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक भी मौजूद थे. मंत्री कृष्ण बेदी पीड़ित परिवार से मिलकर भावुक हो गए और उनका दुख साझा किया.

मंत्री ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने में देरी को लेकर कड़ी नाराजगी जताई. उन्होंने थाने के एसएचओ को फटकार लगाते हुए कहा कि इस मामले में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए थी. मंत्री ने एसएचओ को लाइन हाजिर करने का आदेश दिया और एसपी को मामले की विभागीय जांच करने का निर्देश दिया.

मंत्री कृष्ण बेदी ने यह भी कहा कि प्रशासन को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए.

मंत्री ने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया था कि मैं परिवार से मिलूं और यह जानकारी जुटाऊं कि अभी तक पुलिस प्रशासन की तरफ से क्या कदम उठाए गए हैं. इस मामले को लेकर लोगों में रोष देखने को मिल रहा है. यहां के एसएचओ को लेकर लोगों में काफी गुस्‍सा है. उसका व्यवहार भी ठीक नहीं था. मैंने एसपी साहब से कहा कि उसके खिलाफ जांच कराई जाए. परिवार ने कहा कि कॉलेज के पूरे मैनेजमेंट के खिलाफ जांच होनी चाहिए, क्योंकि यह पूरा मामला सभी की जानकारी में था, चाहे वो प्रिंसिपल हों या उनके मैनेजमेंट के दूसरे लोग. पहले कुछ लोगों ने बेटियों के नाम पर चुनाव लड़ा और जब वो जीतकर विधायक बन गए, तो उन्होंने दबाव डालना शुरू कर दिया कि आप हमें फीस दो.

उन्होंने कहा कि उस बेटी ने प्रबंधक से बात की कि उसे परीक्षा में बैठने दिया जाए, इसके बाद उसे बैठने दिया गया, लेकिन जानकारी मिल रही है कि इस दौरान उसे राहुल नाम के व्यक्ति के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जा रहा था. बताया जा रहा है कि इस मामले में कॉलेज की प्रिंसिपल भी शामिल हो सकती हैं. मैंने अधिकारियों से बात की है कि इस मामले की कड़ी जांच कराई जाए. आरोपी को किसी भी कीमत पर बख्शा ना जाए. मैंने परिवार से स्पष्ट कर दिया है कि उसे किसी के भी दबाव में आने की जरूरत नहीं है. मैं मुख्यमंत्री से बात करूंगा कि परिवार को आर्थिक मदद दिलाई जाए. हम परिवार को पूरी सुरक्षा भी प्रदान करेंगे.

इसके अलावा, उन्होंने इस पूरे मामले में हो रही राजनीतिक बयानबाजी पर कहा कि जो लोग इस मामले पर बयान दे रहे हैं, उन लोगों से यह पूछा जाना चाहिए कि जो लोग पहले मंत्री थे, वे लोग आज ट्वीट करके ये बात उठा रहे हैं, लेकिन अपनी पोस्ट में इस बात ज‍िक्र नहीं कह रहे हैं कि कॉलेज संचालक का बेटा उस लड़की को संबंध बनाने के लिए मजबूर कर रहा था. आखिर इस बात को ये लोग क्यों छुपा रहे हैं.

उन्होंने आगे सवाल उठाया कि क्या भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने विधायक, जो कॉलेज प्रबंधन से जुड़ा हुआ है, उससे पूछेंगे कि आपके मैनेजमेंट के द्वारा कैसे बेटी को मरने पर मजबूर किया गया. क्या राहुल गांधी या प्रियंका गांधी अपने विधायक से सवाल करेंगे, नहीं पूछेंगे. जि‍न लोगों के द्वारा छात्रा को प्रताड़ित किया गया, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.

बता दें कि 27 दिसंबर 2024 को भिवानी में निजी कॉलेज की छात्रा ने आत्महत्या कर ली थी. बीए फाइनल की छात्रा के पिता ने कॉलेज के ओनर, उसके बेटे, बेटी और कॉलेज की प्राचार्या पर गंभीर आरोप लगाया है. पुलिस को दी शिकायत में उन्होंने बताया कि उनकी बेटी पर फीस जमा कराने का दबाव बनाया गया. फीस जमा कराने को लेकर श्याम कलां गांव निवासी हनुमान, उनके पुत्र राहुल और कॉलेज की प्रिंसिपल ने उनकी बेटी को प्रताड़ित किया. इसके चलते छात्रा ने आत्महत्या कर ली.

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