नई दिल्ली, 1 जून . भारत और मंगोलिया की सेना एक महत्वपूर्ण संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रही हैं. यह अभ्यास मंगोलिया में हो रहा है. मंगोलिया के उलानबटार में भारत और मंगोलिया के बीच यह 17वें संस्करण का संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘नोमैडिक एलीफेंट 2025‘ है. यह अभ्यास विशेष बल प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित किया जा रहा है और 13 जून 2025 तक चलेगा.
भारतीय सेना के मुताबिक, प्रमुख रूप से, इस अभ्यास में अर्ध-पर्वतीय क्षेत्रों में आतंकवाद निरोधक अभियानों का अभ्यास किया जाएगा. यह अभ्यास वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए अत्यंत महत्वपूर्ण है. इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों के दौरान किए जाने वाले कार्यों का भी अभ्यास किया जाएगा, जिसमें बहुराष्ट्रीय बलों के बीच समन्वय की वास्तविक परिस्थितियों का अनुकरण किया जाएगा.
भारत और मंगोलिया के इस संयुक्त सैन्य अभ्यास की एक महत्वपूर्ण बात यह भी है कि यहां दोनों सेनाएं साइबर युद्ध संबंधित एक्सरसाइज भी करने जा रही हैं. इसके अलावा, दोनों देशों के सैनिक एक-दूसरे के परिचालन अनुभवों से भी सीखेंगे. संयुक्त सैन्य अभ्यास के पहले दिन आयोजित उद्घाटन समारोह में मंगोलिया में भारत के राजदूत अतुल मल्हारी गोतसुर्वे और मंगोलियाई सेना के मेजर जनरल प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित थे. दोनों गणमान्य व्यक्तियों ने प्रतिभागी सैनिकों को शुभकामनाएं दीं और आशा व्यक्त की कि यह संयुक्त अभ्यास भारत और मंगोलिया की सेनाओं के बीच सहयोग और आपसी समझ को और सुदृढ़ करेगा.
उन्होंने यह भी कहा कि यह अभ्यास दोनों सेनाओं की परिचालनिक तत्परता को बढ़ाएगा और भारत-मंगोलिया के रक्षा संबंधों को नई मजबूती प्रदान करेगा. इस बार के अभ्यास में दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग को ध्यान में रखते हुए गतिविधियों की व्यापक श्रृंखला शामिल की गई है. अभ्यास के दौरान दोनों सेनाएं सामरिक अभ्यासों में भाग लेंगी, विशेषज्ञता का आदान-प्रदान करेंगी. रक्षा मंत्रालय का मानना है कि मित्रता और विश्वास के स्थायी संबंधों का निर्माण करेंगी. अभ्यास का समापन क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता के प्रति दोनों देशों की प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा.
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जीसीबी/एएस