बेंगलुरु, 28 दिसंबर . बेंगलुरु पुलिस ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि वह नए साल के जश्न को लेकर पूरी तरह से तैयार है. नए साल के जश्न के मौके पर किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति पैदा ना हो, इसके लिए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जाएंगे. पुलिस ने बताया कि हमने उन स्थानों को चिन्हित करने किया है, जहां आम तौर पर ऐसे मौकों पर लोगों की भीड़ जमा रहती है.
बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी.दयानंद ने इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस साल भी बेंगलुरु शहर में नए साल का जश्न मनाने की तैयारी की जा रही है और हर साल की तरह बेंगलुरु पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. पुलिस का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नए साल के जश्न के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो. पिछले साल के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए हम सुरक्षा व्यवस्था में सुधार करने की कोशिश कर रहे हैं, जैसा कि हर साल करते हैं. इस साल भी हम उन स्थानों की पहचान कर चुके हैं, जहां ज्यादा लोग इकट्ठा हो सकते हैं, जैसे कि एमजी रोड, ब्रिगेड रोड, कोरमंगला, इंदिरा नगर.”
उन्होंने बताया कि हमने अन्य एजेंसियों जैसे बीबीएमपी, मेट्रो, बीएमटीसी और अन्य से भी मुलाकात की है, ताकि वे भी सुरक्षा इंतजामों में सहयोग करें. हम इन एजेंसियों से आग्रह कर रहे हैं कि वे बेहतर व्यवस्था बनाकर रखें, ताकि किसी को परेशानी ना हो. स्थानीय स्तर पर डीसीपी ने भी अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठकें की हैं.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने यह भी सुनिश्चित किया है कि एमजी रोड और ब्रिगेड रोड पर पैदल यात्रियों के लिए एक अलग रास्ता हो, ताकि ज्यादा भीड़ न हो और कोई दुर्घटना न घटे. लोगों से अपील की गई है कि वे खास वस्तुएं जैसे कि रॉकेट, पटाखे, और कोई अन्य खतरनाक चीजें इस्तेमाल न करें, जिससे किसी को नुकसान पहुंचे.
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि हम टैक्सी और ऑटो रिक्शा ऑपरेटरों के साथ भी बैठक कर रहे हैं, ताकि पिक-अप और ड्रॉप प्वाइंट्स की व्यवस्था की जा सके. हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि लोग आसानी से सुरक्षित स्थानों पर आ-जा सकें. साथ ही, हम सभी से यह भी अपील कर रहे हैं कि वे जिम्मेदारी से जश्न मनाएं, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और परिवारों का ध्यान रखें और अस्पतालों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों के पास जश्न न मनाएं.
इसके साथ ही उन्होंने साइबर अपराध को लेकर भी चिंता जताई. उन्होंने बताया कि साइबर अपराध के लिए अखिल भारतीय टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 1930 है. मीडिया में यह खबर आई है कि लोग जब इस हेल्पलाइन पर कॉल कर रहे हैं, तो कॉल का जवाब नहीं मिल रहा है या कुछ नंबरों पर यह कहा जा रहा है कि इन नंबरों का जवाब नहीं दिया जा रहा. इस मामले की जांच करने पर पुलिस ने बताया कि जिन नंबरों का जिक्र किया गया है, वे वास्तव में साइबर हेल्पलाइन नंबर नहीं हैं, बल्कि 10 पुलिस स्टेशनों या साइबर पुलिस अधिकारियों से जुड़े नंबर हैं. साइबर अपराध की रिपोर्ट करने के लिए एकमात्र सही हेल्पलाइन नंबर 1930 है. हम सभी मीडियाकर्मियों से अनुरोध करते हैं कि वे इस बात को स्पष्ट करें, ताकि लोग केवल 1930 पर कॉल करें, क्योंकि अन्य नंबरों का उद्देश्य अलग है और वे जरूरी मदद देने के लिए हमेशा उपलब्ध नहीं हो सकते. अगर आप साइबर अपराध का शिकार हैं और तुरंत मदद चाहिए, तो कृपया 1930 पर कॉल करें और सभी जानकारी दें.
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एसएचके/